मुंबई, 22 दिसंबर (भाषा) भारत के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में 2025 में सुधार के संकेत देखने को मिले हैं और इस दौरान कुल रोजगार मांग बढ़कर 18 लाख भूमिकाओं तक पहुंच गई। एक रिपोर्ट के अनुसार यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।
कार्यबल और प्रतिभा समाधान प्रदाता क्वेस कॉर्प की ‘भारत में आईटी कार्यबल रुझान 2025’ रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में भारत के आईटी भर्ती परिदृश्य में सुधार देखने को मिला और कुल आईटी रोजगार मांग 18 लाख भूमिकाओं तक पहुंच गई, जो पिछले साल के मुकाबले 16 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) ने भारत के आईटी भर्ती बाजार में अपना योगदान बढ़ाया है। वर्ष 2025 के दौरान कुल मांग में उनकी हिस्सेदारी करीब 27 प्रतिशत रही। यह आंकड़ा 2024 में लगभग 15 प्रतिशत था।
इसमें कहा गया कि उत्पाद और सॉफ्टवेयर-एज-सर्विस (सास) कंपनियों ने भी भर्ती में योगदान दिया, जबकि आईटी सेवा और परामर्श में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। वित्तपोषण में नरमी के बीच स्टार्टअप में भर्तियां घटकर निचले एक अंक में आ गईं।
इस दौरान अपने करियर के मध्य में आ चुके पेशेवरों (4 से 10 साल का अनुभव) का कुल भर्तियों में 65 प्रतिशत हिस्सा रहा, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत था। शुरुआती स्तर की भर्तियों की हिस्सेदारी कुल मांग में 15 प्रतिशत रही।
भाषा पाण्डेय अजय
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