नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर (भाषा) सरकार ने नवीनतम तेल और गैस ब्लॉक नीलामी के तहत बोलियां जमा करने की समयसीमा दूसरी बार बढ़ा दी है, जिससे संभावित निवेशकों को भाग लेने के लिए अधिक समय मिल गया है। हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) ने यह जानकारी दी।
डीजीएच ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि क्षेत्र के लिहाज से सबसे बड़ी पेशकश- ‘ओएएलपी-एक्स लाइसेंसिंग’ दौर के लिए बोली जमा करने की समयसीमा दो महीने बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2025 कर दी गई है।
ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (ओएएलपी-एक्स) का 10वां दौर फरवरी में नयी दिल्ली में इंडिया एनर्जी वीक (आईईडब्ल्यू) 2025 के दौरान शुरू किया गया था और यह मूल रूप से जुलाई के अंत में खत्म होने वाला था।
जुलाई के अंत में इसकी समयसीमा को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था। डीजीएच ने कहा कि बोली जमा करने की अंतिम तारीख अब 31 दिसंबर, 2025 है।
इसके साथ ही,खोजे गए छोटे क्षेत्र (डीएसएफ) की बोली के चौथे दौर और विशेष कोल-बेड मीथेन (सीबीएम) दौर के तहत बोलियां जमा करने की समयसीमा भी 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है।
ओएएलपी-एक्स के तहत लगभग 1,91,986 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाले 25 ब्लॉक पेश किए गए हैं। प्रस्तावित क्षेत्र में छह तटवर्ती ब्लॉक, छह उथले जल क्षेत्र, एक गहरा जल क्षेत्र और 13 तलछटी घाटियों में स्थित 12 अति-गहरे जल क्षेत्र शामिल हैं।
ओएएलपी-एक्स में अंडमान घाटी में 47,058 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाले चार ब्लॉक शामिल हैं, जिसके बारे में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी यह दावा कर रहे हैं कि इनमें ‘हॉटस्पॉट गुयाना’ से भी अधिक मात्रा में तेल और गैस भंडार होने की संभावना है।
पिछले नौ दौर में 3.78 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की पेशकश की गई थी।
भाषा पाण्डेय अजय
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