ब्रॉडबैंड की गति, गुणवत्ता बढ़ाने के लिए समग्र दृष्टिकोण की जरूरत : ट्राई सचिव

ब्रॉडबैंड की गति, गुणवत्ता बढ़ाने के लिए समग्र दृष्टिकोण की जरूरत : ट्राई सचिव

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  • Publish Date - September 14, 2020 / 04:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) उपयोक्ताओं को बेहतर इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए ब्रॉडबैंड की गति और गुणवत्ता को बढ़ाने पर काम करना होगा। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के सचिव एस. के गुप्ता ने इसका समग्र रूप में समाधान करने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, वाइफाई हॉटस्पॉट का विस्तार करने और ब्रॉडबैंड के लिए केबल टीवी के उपयोग जैसे बहुआयामी कदम उठाने की जरूरत बतायी।

गुप्ता ने सोमवार को कहा कि लोगों के बीच इस बात की अनुभूति हो सकती है कि दूरसंचार सेवाप्रदाता अच्छी गुणवत्ता की ब्रॉडबैंड सेवा नहीं दे रहे हैं। लेकिन इस मामले में अकेले दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनियों को दोष देना सही तरीका नहीं है, बल्कि इस मुद्दे के समाधान के लिए सामूहिक प्रयास किए जाने चाहिए।

गुप्ता ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम (बीआईएफ) के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा निजी तौर पर मानना है कि अच्छी गुणवत्ता का ब्रॉडबैंड नहीं देने के लिए सिर्फ दूरसंचार कंपनियों को दोष देना उचित नहीं है। इसके लिए सामूहिक प्रयास होने चाहिए, ताकि अच्छी गुणवत्ता का ब्रॉडबैंड मिल सके।’’

उन्होंने कहा कि ट्राई ग्राहकों की जरूरत को लेकर संवेदनशील है। उन्होंने गुणवत्ता और गति के संदर्भ में ब्रॉडबैंड की अहम भूमिका को रेखांकित किया।

गुप्ता ने कहा कि ब्रॉडबैंड की गति एक अहम कारक है, लेकिन ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ यह इकलौता कारक नहीं है।

उन्होंने कहा कि इसलिए ज्यादा ध्यान इंटरनेट से जुड़े बुनियादी ढांचे को बेहतर करने और अच्छी गुणवत्ता के ब्रॉडबैंड के लिए पारितंत्र तैयार करने पर होना चाहिए। हालांकि उन्होंने ब्रॉडबैंड की परिभाषा को दोबारा से परिभाषित करने से इंकार नहीं किया।

गुप्ता ने बेहतर ब्रॉडबैंड गुणवत्ता और गति के मुकाम को छूने के लिए फिक्स्ड लाइन (लैंडलाइन) को प्रोत्साहित करने, वाइफाई एक्सेस नेटवर्क इंटरफेस (वाणी के उपयोग और ब्रॉडबैंड के लिए केबल टीवी उपयोग करने जैसे सुझाव भी दिए।

हाल में ट्राई ने देश में ब्रॉडबैंड की गति को लेकर एक परिचर्चा पत्र जारी किया है।

भाषा

शरद मनोहर

मनोहर