आईएचसीएल का नयी संपत्तियों के विकास के लिए पूर्वोत्तर पर जोर

आईएचसीएल का नयी संपत्तियों के विकास के लिए पूर्वोत्तर पर जोर

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  • Publish Date - August 3, 2025 / 11:37 AM IST,
    Updated On - August 3, 2025 / 11:37 AM IST

नयी दिल्ली, तीन अगस्त (भाषा) टाटा समूह की आतिथ्य सेवा इकाई इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) वृद्धि के लिए पूर्वोत्तर में नई संपत्तियों के विकास पर जोर दे रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पुनीत चटवाल ने यह जानकारी दी।

कंपनी के पास पूर्वोत्तर में कुल 1,348 कमरों वाले 15 होटल हैं। इसके अलावा कुल 634 कमरों वाले छह होटल बन रहे हैं।

चटवाल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पूर्व और पूर्वोत्तर में संपत्तियों का विकास एक रणनीतिक पहल का हिस्सा रहा है।

उन्होंने कहा, ”जैसे 50 साल पहले गोवा था, 30 साल पहले केरल था। हाल ही में, आपने लक्षद्वीप के बारे में सुना होगा। अब पूर्वोत्तर है। पूर्वोत्तर के विकास की भारत की महत्वाकांक्षा के अनुरूप है। एक टाटा समूह की कंपनी के रूप में यह हमारा योगदान है।”

पूर्वोत्तर में शुरू की जा रही कुछ नई परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा, ”आईएचसीएल ने असम में जगीरोड जैसी परियोजनाओं के लिए प्रतिबद्धता जताई है, जो टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के आगामी कारखाने के सामने है।”

उन्होंने कहा, ”दो संपत्तियों का उन्नयन भी किया जा रहा है – एक गुवाहाटी स्थित मौजूदा विवांता है, जिसे ताज में बदला जाएगा। हम उस संपत्ति का विस्तार कई कमरों, बैंक्वेट हॉल आदि के साथ करेंगे। हम काजीरंगा (असम) में एक और होटल बनाएंगे।”

चटवाल ने यह भी दोहराया कि आईएचसीएल ने पुर्वोत्तर में अपनी पहली ‘ताज पैलेस’ संपत्ति के लिए त्रिपुरा के अगरतला स्थित ‘ताज पुष्पबंता पैलेस’ के साथ समझौता किया है।

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय