इंडियन ओवरसीज बैंक ने जैविक किसानों को सशक्त बनाने को अमूल, रिचप्लस के साथ किया समझौता

इंडियन ओवरसीज बैंक ने जैविक किसानों को सशक्त बनाने को अमूल, रिचप्लस के साथ किया समझौता

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  • Publish Date - May 30, 2025 / 05:05 PM IST,
    Updated On - May 30, 2025 / 05:05 PM IST

नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने एक लाख जैविक किसानों को सशक्त बनाने के लिए देश की सबसे बड़ी दुग्ध सहकारी संस्था अमूल एवं उसके जैविक खेती भागीदार रिचप्लस के साथ समझौता किया है।

आईओबी ने एक बयान में कहा कि इस पहल का मकसद किसानों को रियायती जैविक कच्चे माल तक पहुंच की सुविधा के साथ प्रशिक्षण के अवसर और उच्च गुणवत्ता वाले बीज आदि उपलब्ध कराना है।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर बृहस्पतिवार को इंडियन ओवरसीज बैंक की महाप्रबंधक विजया एन. , अमूल (दुग्ध) के प्रबंध निदेशक अमित व्यास और रिचप्लस के प्रबंध निदेशक अशोक सरंगन ने चेन्नई में इस पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान इंडियन ओवरसीज बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद थे।

बयान के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक और जैविक खेती के अग्रणी के बीच अपनी तरह के इस पहले सहयोग का मकसद पूरे भारत में किसानों को परिवर्तनकारी लाभ पहुंचाना है, खासकर तमिलनाडु में जहां जैविक खेती लगातार लोकप्रिय हो रही है।

इंडियन ओवरसीज बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ यह साझेदारी टिकाऊ कृषि के जरिये राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इस समझौता ज्ञापन के तहत इंडियन ओवरसीज बैंक एक लाख जैविक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रख रहा है।’’

अमूल (दुग्ध) के प्रबंध निदेशक अमित व्यास ने कहा, ‘‘ यह भागीदारी भारतीय कृषि को नया आकार देने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है। अपनी क्षमताओं को जोड़कर हम किसानों के लिए एक परिवर्तनकारी राह बना रहे हैं, जिससे उन्हें अपनी आजीविका बढ़ाने वाली स्थायी गतिविधियों को अपनाने में मदद मिलेगी।’’

बयान के अनुसार, इस पहल की एक प्रमुख विशेषता आईओबी खाताधारकों के लिए सह-ब्रांडेड ‘ऑर्गेनिक फार्मिंग कार्ड’ की शुरुआत है। यह विशेष कार्ड किसानों को अमूल के प्रमाणित बिक्री केंद्रों के माध्यम से रियायती जैविक कच्चे माल तक पहुंच प्रदान करता है। साथ ही कृषि विशेषज्ञों से बिना किसी शुल्क के सहायता, प्रशिक्षण के अवसर और उच्च गुणवत्ता वाले बीज सहित कई अन्य लाभ प्रदान करता है।

भाषा निहारिका रमण

रमण

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