मुंबई, 23 जुलाई (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को अपने बुलेटिन में कहा कि भू-राजनीतिक तनाव और शुल्क नीति से जुड़ी अनिश्चितताओं के बीच जून-जुलाई के दौरान भारत की आर्थिक गतिविधियां स्थिर रहीं।
जुलाई बुलेटिन में ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति’ पर एक लेख में कहा गया है कि भू-राजनीतिक तनाव और शुल्क नीति की अनिश्चितताओं के बीच जून और जुलाई में अबतक वैश्विक व्यापक आर्थिक परिवेश अस्थिर बना हुआ है।
लेख के मुताबिक, ‘‘खरीफ कृषि सत्र की बेहतर संभावनाओं, सेवा क्षेत्र में मजबूत रफ्तार जारी रहने और औद्योगिक गतिविधियों में मामूली वृद्धि के साथ घरेलू आर्थिक गतिविधियां स्थिर रहीं।’’
इसमें कहा गया है कि खाद्य कीमतों में गिरावट के कारण जून में लगातार पांचवें महीने मुख्य खुदरा मुद्रास्फीति चार प्रतिशत से नीचे रही।
इसके अलावा, नीतिगत दरों में कटौती का लाभ ऋण बाजारों तक तेजी से पहुंचाने के लिए प्रणालीगत नकदी भी अधिशेष की स्थिति में रही।
लेख में कहा गया है कि पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार और विदेशी ऋण से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मध्यम अनुपात के कारण बाह्य क्षेत्र लचीला बना हुआ है।
हालांकि, आरबीआई ने कहा कि लेख में व्यक्त विचार लेखकों के हैं और उसके विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
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