भारत का विदेशी कर्ज 614.9 अरब डॉलर पहुंचा, दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही के आंकड़ें आए सामने

देश का विदेशी स्रोतों से लिया गया कर्ज दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में 11.5 अरब डॉलर बढ़कर 614.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। India's external debt rose to $614.9 billion in the quarter ended December 2021

भारत का विदेशी कर्ज 614.9 अरब डॉलर पहुंचा, दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही के आंकड़ें आए सामने
Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: March 31, 2022 4:59 pm IST

नयी दिल्ली, 31 मार्च । India’s external debt $614.9 billion: देश का विदेशी स्रोतों से लिया गया कर्ज दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में 11.5 अरब डॉलर बढ़कर 614.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) अनुपात के रूप में विदेशी कर्ज पिछले साल दिसंबर के अंत में 20 प्रतिशत रहा, जो सितंबर, 2021 में 20.3 प्रतिशत था।

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India’s external debt $614.9 billion: दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही के लिये भारत के विदेशी कर्ज पर रिपोर्ट के अनुसार, देश का बाह्य कर्ज यानी विदेशी स्रोतों से लिया गया ऋण सितंबर, 2021 को समाप्त तिमाही के मुकाबले 11.5 अरब डॉलर बढ़कर 614.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘भारत का विदेशी ऋण सतत और सूझबूझ के साथ प्रबंधित है।’’

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मूल्यांकन लाभ का कारण यूरो, येन और विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) की तुलना में अमेरिकी डॉलर की विनिमय दर में वृद्धि है। यह लाभ करीब 1.7 अरब डॉलर रहा।

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रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘मूल्यांकन प्रभाव को अगर छोड़ दिया जाए, तो विदेशी कर्ज दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 11.5 अरब डॉलर के बजाय 13.2 अरब डॉलर बढ़ता।’’

विदेशी कर्ज में वाणिज्यिक ऋण की हिस्सेदारी सबसे अधिक 36.8 प्रतिशत रही। उसके बाद प्रवासी जमा (23.1 प्रतिशत) और अल्पकालीन व्यापार कर्ज का स्थान रहा।

दिसंबर, 2021 के अंत में एक साल से अधिक समय में परिपक्व होने वाला दीर्घकालीन कर्ज 500.3 अरब डॉलर रहा। यह सितंबर, 2021 के मुकाबले 1.7 अरब डॉलर बढ़कर 500.3 अरब डॉलर रहा।

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वहीं एक साल तक की परिपक्वता अवधि वाले अल्पकालीन कर्ज की बाह्य ऋण में हिस्सेदारी बढ़कर 18.6 प्रतिशत हो गयी, जो सितंबर, 2021 के अंत में 17.4 प्रतिशत थी।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत के विदेशी ऋण में अमेरिकी डॉलर में लिये गये कर्ज का हिस्सा आलोच्य तिमाही में सबसे अधिक 52 प्रतिशत रहा। इसके बाद भारतीय रुपये (32 प्रतिशत), विशेष आहरण अधिकार (6.7 प्रतिशत), येन (5.3 प्रतिशत) और यूरो (3.1 प्रतिशत) का स्थान रहा।

सरकार का बकाया विदेशी कर्ज दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान पिछली तिमाही के मुकाबले मामूली कम हुआ जबकि गैर-सरकारी क्षेत्र का ऋण बढ़ा है।

साथ ही मूल राशि की अदायगी के साथ ब्याज भुगतान आलोच्य तिमाही में बढ़कर 4.9 प्रतिशत हो गया जो सितंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में 4.7 प्रतिशत था।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com