(IPO Watch, Image Source: Meta AI)
IPO Watch: इस सप्ताह भारतीय आईपीओ बाजार में कोई खास हलचल देखनें को नहीं मिलेगी। 7 अप्रैल से शुरू हुए नए सप्ताह में आईपीओ की कमी बरकरार रहेगी। पिछले सप्ताह के जैसे इस सप्ताह भी कोई नया आईपीओ नहीं खुल रहा है। यह स्थिति भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए थोड़ा निराशाजनक हो सकता है, क्योंकि वे नए निवेश अवसरों का इंतजार कर रहे हैं।
मेनबोर्ड क्षेत्र में 45 दिनों से अधिक समय से कोई नया IPO नहीं आया है। इस क्षेत्र का आखिरी आईपीओ ‘क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट्स’ का था, जो 14 से 18 फरवरी के बीच खुला था। मेनबोर्ड आईपीओ की कमी के कारण निवेशक एसएमई (Small and Medium Enterprises) आईपीओ में अधिक रूचि ले सकते हैं, जहां छोटी कंपनियां शेयर बाजार में प्रवेश कर रहीं हैं।
15.50 करोड़ रुपये आकार का यह आईपीओ 27 मार्च को खुला था और 2 अप्रैल को बंद हुआ। इस आईपीओ को कुल 1.86 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था, जो यह दर्शाता है कि निवेशकों में इसके प्रति अच्छा उत्साह था। यह आईपीओ 7 अप्रैल 2025 को बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होगा। रेटागियो इंडस्ट्रीज अपने इस आईपीओ से प्राप्त धन का उपयोग कर्ज चुकाने और चालू पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। कंपनी का मुख्य उद्देश्य अपने व्यापार को वित्तीय दृष्टिकोण से मजबूत करना है।
10.17 करोड़ रुपये के आकार वाला स्पिनारू कमर्शियल का आईपीओ 28 मार्च को खुला था और 3 अप्रैल को बंद हुआ। आईपीओ को कुल 1.52 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। स्पिनारू कमर्शियल का आईपीओ 8 अप्रैल 2025 को बीएसई एसएमई पर लिस्ट होगा। स्पिनारू कमर्शियल कंपनी आईपीओ से जुटाए गए फंड का उपयोग अपने चालू पूंजी की जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों को वित्तीय रूप से संभालने के लिए करेगी। कंपनी की योजना अपने व्यापार को और मजबूत करने की है।
27.71 करोड़ रुपये आकार वाला यह आईपीओ 28 मार्च को खुला था और 3 अप्रैल को बंद हुआ। इस आईपीओ को 4.53 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ, जो निवेशकों के बीच इसके प्रति उच्च रुचि को दर्शाता है। इन्फोनेटिव्ह सोल्यूशन्स का आईपीओ 8 अप्रैल 2025 को बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होगा। इस कंपनी के लिए जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी के व्यापार के विस्तार, नई परियोजनाओं को वित्त पोषित करने और अपने कार्यों को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।