Medicines Price Hike: अप्रैल से महंगी हो जाएंगी ये जरूरी दवाएं ! पैरासिटामॉल समेत 800 दवाओं के बढ़ेंगे दाम

रसोई गैस, खाने के तेल, आटे और पेट्रोल-डीजल के बाद अब जल्द ही दवाइयां भी मंहगी हो जाएगी। जरूरी दवाओं (Essential medicines) के लिए अब आपको अधिक पैसा खर्च करना होगा। Medicines Price Hike: These essential medicines will become expensive from April

  •  
  • Publish Date - March 27, 2022 / 01:29 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

नई दिल्ली। Medicines Price Hike रसोई गैस, खाने के तेल, आटे और पेट्रोल-डीजल के बाद अब जल्द ही दवाइयां भी मंहगी हो जाएगी। जरूरी दवाओं (Essential medicines) के लिए अब आपको अधिक पैसा खर्च करना होगा। अगले महीने से 800 से अधिक दवाइयों की कीमतें बढ़ने जा रही हैं। दवाओं की कीमतों में 10 फीसदी तक का इजाफा सकता है। जिन दवाओं की कीमतें बढ़ेंगी उनमें बुखार, हाई ब्‍लड प्रेशर, हृदय रोग, त्‍वचा रोग और एनीमिया के इलाज में काम आने वाली दवाएं भी शामिल हैं।

read more: Russia-Ukraine War : जंग के बीच रूस में अचानक क्यों बढ़ी कंडोम की बिक्री? 170 फीसदी की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज

Medicines Price Hike : पैरासिटामॉल (Paracetamol) जैसी सबसे अधिक उपयोग होने वाली दवाओं की कीमतों में वृद्धि से ग्राहकों पर प्रभाव पड़ेगा। अप्रैल से पेनकिलर और एंटी बायोटिक (Painkillers and Antibiotics) के रूप में काम आने वाली दवाओं की कीमतों में भी इजाफा हो रहा है।

शेड्यूल ड्रग्स की कीमतों (Schedule Drugs Price) में इस वृद्धि को सरकार से मंजूरी मिल गई है। नेशनल फार्मा प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) का कहना है कि इन दवाइयों की कीमतें थोक महंगाई दर (WPI) के आधार पर बढ़ाई जाएंगी। बता दें कि एनपीपीए ने शेड्यूल ड्रग्‍स की कीमतों में 10.7 फीसदी के इजाफे के लिए अनुमति दी है। फार्मा कंपनियां कोविड-19 महामारी के बाद से ही दवाइयों की कीमतों में बढ़ोतरी की मांग कर रही थीं।

read more: नॉनवेज खाने वाले हो जाएं सावधान, हो सकते हैं इस बड़ी बीमारी का शिकार, स्टडी में खुलासा

जरूरी दवाओं के दाम बढ़ेंगे

बुखार, हृदय रोग, बीपी, स्किन डिजीज, एनीमिया और कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं महंगी हो जाएंगी, NPPA ने इसकी मंजूरी दे दी है। कोरोना वायरस महामारी के बाद से ही फार्मा इंडस्ट्री (Pharma Industry News) शेड्यूल ड्रग्स की कीमतों में बढ़ोतरी की मांग कर रही थीं।