शिलांग, 15 अगस्त (भाषा) मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने शुक्रवार को कहा कि मेघालय वर्ष 2032 तक 16 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के रास्ते पर है।
यहां स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, उन्होंने यह भी कहा कि भारत की स्वतंत्रता के 100वें वर्ष 2047 तक मेघालय का लक्ष्य 100 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना और प्रति व्यक्ति आय और सतत विकास लक्ष्यों में देश के शीर्ष 10 राज्यों में शामिल होना है।
मुख्यमंत्री ने असम-मेघालय सीमा समझौते में प्रगति, ई-साक्ष्य, ई-एफआईआर को अपनाने और फोरेंसिक क्षमताओं के विस्तार सहित कानून और व्यवस्था में प्रगति का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2047 तक, जब हम राज्य के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाएंगे, हम एक ‘विकसित मेघालय’ की आकांक्षा रखते हैं, जो प्रति व्यक्ति आय और सतत विकास लक्ष्यों के मामले में भारत के शीर्ष 10 राज्यों में 100 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था हो।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिलांग हवाई अड्डे का विस्तार, तुरा में बाल्जेक हवाई अड्डे का संचालन और एक नई क्षेत्रीय परिवहन कार्यक्रम की भी योजना है।
पर्यटन के क्षेत्र में, उमियम झील के पुनर्विकास और शिलांग पीक तक रोपवे सहित 200 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की गई हैं।
स्वास्थ्य सेवा के बारे में, संगमा ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में मातृ और शिशु मृत्यु दर में क्रमशः 51 प्रतिशत और 37 प्रतिशत की कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिलांग मेडिकल कॉलेज अपना शैक्षणिक सत्र शुरू करने के लिए तैयार है, जबकि डायलिसिस केंद्र, स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं और उन्नत सुविधाएं स्थापित की गई हैं।
कृषि निर्यात में वृद्धि हुई है, मुंबई को काली मिर्च और दुबई को प्रीमियम अनानास की खेप भेजी गई है। 2024-25 में मनरेगा से 321 लाख श्रम दिवस रोजगार सृजित हुए और 1.86 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत 99.71 प्रतिशत घरों को मंजूरी दी गई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2027 में होने वाले 39वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियां चल रही हैं, जिसमें मावखानू में 732 करोड़ रुपये की लागत से 40,000 सीटों वाला एक फुटबॉल स्टेडियम का निर्माण भी शामिल है।
संगमा ने कहा कि शिलांग टेक्नोलॉजी पार्क चरण-दो और तुरा टेक पार्क मिलकर 24,000 रोजगार सृजित करेंगे।
उन्होंने नागरिकों से एक मजबूत राज्य के निर्माण में शामिल होने का आग्रह किया और कहा, ‘‘हम सब मिलकर वर्ष 2032 तक मेघालय को भारत के शीर्ष 10 राज्यों में शामिल कर सकते हैं।’’
भाषा राजेश राजेश रमण
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