Trump Tariff: देश में लागू होंगी लॉकडाउन वाली योजनाएं ! ट्रंप के टैरिफ से कोरोना स्टाइल में निपटेगी मोदी सरकार

Lockdown plans will be implemented in india: कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम से बचने का रास्ता मोदी सरकार ने निकाल लिया है। कोविड लॉकडाउन के दौरान जिस तरह की योजनाएं लागू की गई थीं, कुछ ऐसी ही स्टाइल में सरकार लोगों को राहत देने की योजना बना रही है।

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  • Publish Date - August 31, 2025 / 11:55 AM IST,
    Updated On - August 31, 2025 / 11:55 AM IST

Trump Tariff effect, image source: PTI

HIGHLIGHTS
  • राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है सरकार
  • जीएसटी से भी मिल सकती है राहत
  • जीडीपी में निर्यात का योगदान बहुत कम

नईदिल्ली: Trump Tariff effect, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लागू किया है। इस टैरिफ का सीधा असर भारतीय निर्यातकों और कामगारों पर पड़ सकता है। इना ही नहीं इस टैरिफ से लाखों नौकरियों पर भी खतरा मंडरा रहा है। अब यह कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम से बचने का रास्ता मोदी सरकार ने निकाल लिया है। कोविड लॉकडाउन के दौरान जिस तरह की योजनाएं लागू की गई थीं, कुछ ऐसी ही स्टाइल में सरकार लोगों को राहत देने की योजना बना रही है।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दो सीनियर अधिकारियों ने बताया कि सरकार सबसे पहले नकदी की समस्या का समाधान निकालने पर जोर दे रही है। वहीं निर्यात और रोजगार बचाने के लिए सरकार कोविड स्टाइल में योनजाएं चलाना चाहती है। ट्रंप के टैरिफ की वजह से कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि भुगतान में देरी, देर से सामान का पहुंचना, ऑर्डर रद्द होना।

वहीं निर्यात को बरकरार रखने के लिए नई मार्केट की जरूरत है। जब तक नई मार्केट नहीं मिलती, निर्यातकों को ऑपरेशन जारी रखने के लिए राहत देना जरूरी है। इसके अलावा अमेरिका से अलग बाजार तलाशने और ग्लोबल सप्लाई चेन के एकीकरण के लिए लंबी अवधि की रणनीतियों पर काम किया जा रहा है।

राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है सरकार

अधिकारियों के अनुसार भारत सरकार ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान जिस तरह के राहत पैकेज का ऐलान किया था, उसी तरह के राहत पैकेज का एक बार फिर ऐलान किया जा सकता है। उद्योगों में नकदी की समस्या, खास तौर पर लघु और मध्यम उद्योगों के लिए इस तरह की योजनाएं जरूरी मानी जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार इमर्जेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) जैसी योजनाओं पर फोकस करना चाहती है जो कि 100 फीसदी गारंटी के साथ बिना जमानत के लोन उपलब्ध करवा सकें। इससे लाखों छोटे और मध्यम उद्योग दीवालिया होने से बच जाएंगे। लॉकडाउन के दौरान जब 68 दिनों के लिए औद्योगिक गतिविधियां ठप हो गई थीं, तब इसी योजना ने उद्योगों को बचा लिया था।

अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा समस्या और उसके समाधान को देखते हुए इन योजनाओं में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि तत्काल राहत के साथ सरकार चरणबद्ध तरीके से भी योजानाएं लागू करेगी। जिससे लंबी अवधि की रणणनीति तैयार हो सके। नकदी उपलब्ध करवाने के साथ ही मौजूदा व्यापार समझौतों को मजबूत करने और नई मार्केट में अवसरों की तलाश का काम भी तेज होगा।

जीएसटी से भी मिल सकती है राहत

अधिकारियों के अनुसार टैक्स से जुड़ी भी कई राहत देने पर सरकार विचार कर रही है। इसमें जीएसटी रिफॉर्म भी शामिल है। अगले सप्ताह होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में टैक्स घटाने से संबंधित कई फैसले हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर मजबूती की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था को खतरा नहीं है। टैरिफ जैसे बाहरी फैक्टर भारत की अर्थव्यवस्था को ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाएंगे।

जीडीपी में निर्यात का योगदान बहुत कम

अधिकारियेां के अनुसार घरेलू उपभोग की वजह से अर्थव्यवस्थ्ज्ञा लचीली है। निर्यात अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन यह भारत की जीडीपी 4.12 ट्रिलियन डॉलर का छोटा हिस्सा है। निर्यात का जीडीपी में योगदान केवल 10 फीसदी यानी 438 मिलियन डॉलर का ही है। ऐसे में जून में समाप्त होने वाली तिमाही में भी आर्थिक वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही है।

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डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ क्यों लगाया है?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर 50% टैरिफ लगाया है ताकि अमेरिका अपने घरेलू उद्योगों की सुरक्षा कर सके। इसका सीधा असर भारतीय निर्यात पर पड़ेगा।

इस टैरिफ का भारत पर क्या असर होगा?

इससे भारतीय निर्यातकों को भारी नुकसान हो सकता है। भुगतान में देरी, ऑर्डर रद्द होना, सामान देर से पहुंचना जैसी समस्याएँ सामने आ सकती हैं। लाखों नौकरियों पर भी खतरा मंडरा सकता है।

मोदी सरकार इससे निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है?

सरकार कोविड लॉकडाउन के दौरान जैसी राहत योजनाएं लाई थी, वैसा ही राहत पैकेज लाने की तैयारी कर रही है। इसमें नकदी की समस्या हल करने, लघु व मध्यम उद्योगों (MSME) को सहयोग देने और निर्यातकों को नई मार्केट उपलब्ध कराने पर फोकस किया जा रहा है।

राहत पैकेज में क्या शामिल हो सकता है?

इमर्जेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) जैसी योजना 100% गारंटी के साथ बिना जमानत के लोन टैक्स में राहत और जीएसटी सुधार चरणबद्ध योजनाएँ, ताकि लंबी अवधि की रणनीति बन सके