नई कृषि प्रौद्योगिकियों को बड़े पैमाने पर अपनाने की जरूरतः कृषि राज्य मंत्री

नई कृषि प्रौद्योगिकियों को बड़े पैमाने पर अपनाने की जरूरतः कृषि राज्य मंत्री

नई कृषि प्रौद्योगिकियों को बड़े पैमाने पर अपनाने की जरूरतः कृषि राज्य मंत्री
Modified Date: May 12, 2023 / 09:01 pm IST
Published Date: May 12, 2023 9:01 pm IST

नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाने के लिए कृषि क्षेत्र में ड्रोन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और सटीक खेती जैसी नई तकनीकों को बड़े पैमाने पर अपनाना जरूरी है।

चौधरी ने कृषि-रसायन कंपनी धानुका ग्रुप की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कृषि क्षेत्र में ड्रोन, एआई, सटीक खेती और ब्लॉकचेन जैसी नई प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की जरूरत है।’’

चौधरी ने वैज्ञानिकों से नई कृषि प्रौद्योगिकियों के साथ किसानों को सशक्त बनाकर कृषि उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि करने के लिए वर्षा-आधारित जिलों की पहचान करने का भी आग्रह किया।

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कृषि राज्य मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘देश में अधिकांश कृषि भूमि की क्षमता समाप्त हो गई है। केवल बारिश पर निर्भर क्षेत्र ही बचा है जिसकी क्षमता का दोहन करने की जरूरत है।’’

दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति दीपक पेंटल ने आनुवंशिक रूप से संवर्धित (जीएम) फसलों की पुरजोर वकालत करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका ने बहुत पहले जीएम फसलों को पेश करके कृषि उत्पादन में 35 प्रतिशत की वृद्धि की है, जबकि यूरोप सिर्फ 6-7 प्रतिशत की ही वृद्धि कर पाया है।’

इस मौके पर धानुका ग्रुप के चेयरमैन आर जी अग्रवाल ने कहा, ‘‘नई प्रौद्योगिकियों को लेकर सरकार की भविष्योन्मुख नीतियां और कृषि क्षेत्र के लिए तेजी से दी जा रही अनुमति वर्ष 2047 तक भारत को दुनिया के लिए खाद्य कटोरा बनाने का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं।’’

भाषा राजेश राजेश प्रेम

प्रेम


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