नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने रविवार को साफ किया कि उसने वित्तीय संस्थानों को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं या नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण इकाइयों को ऋण देना रोकने के लिए कोई परामर्श जारी नहीं किया है। मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में यह कहा।
यह स्पष्टीकरण उन खबरों के बीच आया जिनमें कहा जा रहा था कि एमएनआरई ने अत्यधिक क्षमता की चिंताओं के मद्देनजर ऋणदाताओं को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए नई वित्त सहायता रोकने की सलाह जारी की है।
मंत्रालय ने बयान में कहा, ”यहां स्पष्ट किया जाता है कि एमएनआरई ने वित्तीय संस्थानों को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं या नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण संयंत्रों को ऋण देना रोकने के लिए कोई परामर्श जारी नहीं किया है।”
हालांकि, इसमें यह भी कहा गया कि मंत्रालय ने ने वित्तीय सेवा विभाग और पीएफसी, आरईसी तथा आईआरईडीए जैसे एनबीएफसी को सौर पीवी विनिर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में वर्तमान स्थापित घरेलू क्षमताओं के बारे में बताया है।
बयान में कहा गया कि भारत सरकार सौर पीवी विनिर्माण में देश को आत्मनिर्भर बनाने और वैश्विक मूल्य श्रृंखला में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाषा पाण्डेय
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