धान की बुवाई कुछ इलाकों में पकड़ने लगी जोरः कृषि आयुक्त

धान की बुवाई कुछ इलाकों में पकड़ने लगी जोरः कृषि आयुक्त

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  • Publish Date - June 20, 2023 / 08:01 PM IST,
    Updated On - June 20, 2023 / 08:01 PM IST

नयी दिल्ली, 20 जून (भाषा) मानसून की बारिश वाले इलाकों में खरीफ सत्र की मुख्य फसल धान की बुआई का काम जारी है और मानसून आगे बढ़ने के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में इस फसल की बुवाई जोर पकड़ने लगी है।

कृषि आयुक्त पी के सिंह ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुछ हिस्सों में किसानों ने धान की पौध तैयार करनी शुरू कर दी है। बाद में धान के इन छोटे पौधों की रोपाई की जाती है।

उन्होंने कहा, ”धान की बुवाई अभी शुरू हुई है और जिन इलाकों में बारिश हुई है वहां अब तक अच्छी बुवाई हुई है। देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून आगे बढ़ने के साथ इस काम में तेजी आ रही है।’

कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह तक धान की खेती का रकबा 14.66 प्रतिशत घटकर 5.32 लाख हेक्टेयर था जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में इसका रकबा 6.23 लाख हेक्टेयर था।

कृषि आयुक्त ने दलहन के मामले में कहा कि बारिश पर आधारित क्षेत्रों में उगाई जानी वाली दालों की बुवाई मानसून की प्रगति के साथ तेजी पकड़ेगी। पिछले सप्ताह तक 1.80 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई की गई थी, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 4.22 लाख हेक्टेयर थी।

तिलहन का रकबा भी पिछले सप्ताह तक गिरकर 4.11 लाख हेक्टेयर ही रहा। हालांकि मोटे अनाज का रकबा 16 जून तक 12.43 लाख हेक्टेयर के साथ थोड़ा अधिक हो गया।

धान की बुवाई सामान्य रूप से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है। देश के कुल चावल उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत चावल खरीफ मौसम में ही पैदा होता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहने का अनुमान लगाया है। मानसून आने में शुरुआती देरी के बाद यह अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ गया है।

भाषा राजेश राजेश प्रेम

प्रेम