पहलगाम आतंकवादी हमला: होटल उद्योग पर्यटकों को हर तरह से राहत देने को तैयार

पहलगाम आतंकवादी हमला: होटल उद्योग पर्यटकों को हर तरह से राहत देने को तैयार

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  • Publish Date - April 23, 2025 / 06:45 PM IST,
    Updated On - April 23, 2025 / 06:45 PM IST

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के लिए बड़े पैमाने पर यात्रा बुकिंग रद्द होने की आशंका को देखते हुए ऑनलाइन यात्रा और होटल बुकिंग की सुविधा देने वाले मंचों ने बुधवार को कहा कि वे यात्रियों को तिथि परिवर्तन निशुल्क करने और रद्दीकरण में छूट देने के लिए एयरलाइन कंपनियों और होटलों के साथ काम कर रहे हैं।

होटल उद्योग से जुड़े लोगों को आशंका है कि आतंकवादी हमले से जम्मू-कश्मीर घूमने के इच्छुक पर्यटकों के मन में भय पैदा होगा, जिससे राज्य में पर्यटन पर निर्भर लोगों की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को आतंकवादियों ने कम से कम 26 लोगों की हत्या कर दी और कई लोग इसमें घायल हो गए। इनमें से अधिकतर पर्यटक थे।

क्लियरट्रिप की मुख्य विकास एवं व्यवसाय अधिकारी मंजरी सिंघल ने कहा, “शुरुआती अवलोकनों के अनुसार, उड़ान रद्दीकरण में सात गुना वृद्धि हुई है, तथा भविष्य की बुकिंग में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट आई है।”

एक अन्य मंच मेकमाईट्रिप के प्रवक्ता ने कहा, “यात्रियों को इस मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकालने के लिए हमारी टीम एयरलाइन और होटल भागीदारों के साथ चौबीसों घंटे काम कर रही हैं ताकि बुकिंग/रद्दीकरण के मामले में सहायता प्रदान की जा सके।”

ईजमाईट्रिप के चेयरमैन और संस्थापक निशांत पिट्टी ने कहा, “श्रीनगर में चल रही स्थिति को देखते हुए, हम उन ग्राहकों को समर्थन देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं जो श्रीनगर की यात्रा कर रहे हैं या वहां से आ रहे हैं। लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए, हमने 22 अप्रैल को या उससे पहले की गई सभी बुकिंग के लिए मुफ्त तिथि बदलाव और रद्दीकरण छूट बढ़ा दी है, जो 30 अप्रैल तक की यात्रा के लिए लागू है।”

भारतीय पर्यटन एवं होटल संघों के महासंघ एफएआईटीएच के महासचिव राजीव मेहरा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए पर्यटन सिर्फ आजीविका ही नहीं है, बल्कि यह उनका गौरव, उनकी विरासत और उनकी आशा है।

उन्होंने कहा, “इस हमले ने न केवल निर्दोष लोगों की जान ली है, बल्कि उन हजारों परिवारों को भी क्रूर झटका दिया है जो जीवित रहने के लिए पर्यटन पर निर्भर हैं। हाउसबोट (शिकारा) मालिकों और होटल मालिकों से लेकर स्थानीय गाइड (पर्यटकों को जानकारी देने वाले) और कारीगरों तक, गर्मजोशी और स्वागत की इस शृंखला में शामिल हर व्यक्ति प्रभावित है।”

इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) ने कहा कि वह इस कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है। यह स्पष्ट रूप से कश्मीर में पर्यटन को गहरा नुकसान पहुंचाने और भय का माहौल पैदा करने के लिए किया गया है।

भाषा अनुराग रमण

रमण