इस्लामाबाद, 16 जून (भाषा) पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने आईएमएफ की ऋण सहायता रुकने के लिए भू-राजनीति को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक संस्थाएं चाहती हैं कि नकदी संकट से जूझ रहा यह देश श्रीलंका की तरह धन अदायगी में चूक करे और उसके बाद बातचीत शुरू की जाए।
उन्होंने कहा कि आईएमएफ ने नौवीं समीक्षा में हो रही ”अनावश्यक देरी” के लिए कोई कारण नहीं बताया गया है। यह समीक्षा नवंबर से टल रही है।
डार ने यह भी दोहराया कि देश आईएमएफ राहत पैकेज के साथ या उसके बिना भी अपनी देनदारियों को पूरा करेगा।
डॉन अखबार ने उनके हवाले से कहा, ”आईएमएफ या उसके बिना, पाकिस्तान धन अदायगी में चूक नहीं करेगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि रुके हुए ऋण कार्यक्रम के पीछे भू-राजनीति है, क्योंकि वैश्विक संस्थाएं चाहती हैं कि पाकिस्तान, श्रीलंका की तरह धन अदायगी में चूक करे, और फिर उसके साथ बातचीत शुरू की जाए।
डार ने हालांकि कहा कि वाशिंगटन स्थित वैश्विक ऋणदाता के साथ बातचीत जारी है और नौवीं समीक्षा इसी महीने पूरी होगी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कुछ शर्तों को पूरा करने पर पाकिस्तान को छह अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने के लिए समझौता किया था।
भाषा पाण्डेय
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