मुंबई, 22 अप्रैल (भाषा) फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से अस्थायी रूप से विमानन क्षेत्र के कर्मचारियों का ब्रेथ एनालाइजर (बीए) परीक्षण बंद करने का आग्रह किया है। एफआईपी का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए फिलहाल इस परीक्षण को बंद किया जाना चाहिए।
एफआईपी के सदस्यों में 5,000 पायलट हैं।
नागर विमानन महानिदेशक अरुण कुमार को लिखे पत्र में एफआईपी ने कहा है कि इस तरह की परीक्षण मशीनों को कई लोगों पर इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से कुछ वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।
पिछले साल भी महामारी के दौरान डीजीसीए ने विमानन क्षेत्र के कर्मचारियों का बीए परीक्षण अस्थायी रूप से बंद कर दिया था।
एफआईपी के अध्यक्ष सुरिंदर मेहता ने पत्र में कहा, ‘‘देशभर में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह आग्रह किया जाता है कि विमानन क्षेत्र के कर्मचारियों का शराब की जांच को बीए परीक्षण तत्काल अस्थायी रूप से बंद किया जाए। महामारी की पहली लहर के दौरान भी ऐसा किया गया था।’’
इस पत्र की प्रति नागर विमानन मंत्री, नागर विमानन और स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव तथा आईसीएमआर के निदेशक को भी भेजी गई है।
भाषा अजय अजय मनोहर
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