Publish Date - February 8, 2024 / 06:42 PM IST,
Updated On - February 8, 2024 / 06:42 PM IST
RBI Repo Rate
RBI Repo Rate: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिए कई अहम फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। जिसमें दरों को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा गया है। मतलब है कि अब आमजनता की ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होने वाला है। वहीं इस बैठक में मौजूद 6 में से पांच सदस्य रेपो रेट को यथावत रखने के पक्ष में थे। वहीं RBI ने रेपो रेट में साल 2023 को इजाफा किया था। तब आरबीआई ने इसे 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया था।
वहीं RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को स्थिर रखने के ऐलान के साथ ही महंगाई को लेकर बताया कि महंगाई में नरमी देखने को मिल रही है। इसे देखते हुए MPC बैठक में महंगाई का लक्ष्य 4 फीसदी पर कायम रखा गया है। वहीं GDP Growth को लेकर कहा कि FY24 में भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी के ऊपर रखा गया है। इससे पहले के अनुमान में भी रिजर्व बैंक ने इस 7.3 फीसदी पर रखा था।
वहीं RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2025 की पहली तिमाही के लिए GDP ग्रोथ के अनुमान को 6.7 से बढ़ाकर 7.2% कर दिया है। जबकि दूसरी तिमाही में GDP अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% किया गया है और इसके साथ ही तीसरी तिमाही में 6.4% से बढ़ाकर 7% और चौथी तिमाही में 6.9% रखा गया है।
RBI Repo Rate: बता दें कि रेपो रेट वह दर है जो किसी देश का केंद्रीय बैंक धन की किसी भी कमी की स्थिति में वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है जिसमें रेपो रेट का उपयोग मौद्रिक अधिकारियों द्वारा इंफ्लेशन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर रेपो रेट का असर लोगों द्वारा बैंकों से लिए गए लोन पर दिखता है जिसमें अगर रेपो रेट में कटौती होती है तो आम लोगों की होम और कार लोन की ईएमआई घट जाती है और अगर रेपो रेट में इजाफा होता है तो कार और होम लोन की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाती है।