आरएफएल को अभी अपने पास रखेगी रेलिगेयर, बिक्री का इरादा नहीं : चेयरपर्सन | Religare to retain RFL now, not intended to sell: Chairperson

आरएफएल को अभी अपने पास रखेगी रेलिगेयर, बिक्री का इरादा नहीं : चेयरपर्सन

आरएफएल को अभी अपने पास रखेगी रेलिगेयर, बिक्री का इरादा नहीं : चेयरपर्सन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:53 PM IST, Published Date : April 21, 2021/2:12 pm IST

नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लि. (आरईएल) की चेयरपर्सन रश्मि सलूजा ने कहा है कि कंपनी अपनी संकटग्रस्त अनुषंगी रेलिगेयर फिनवस्ट लि. (आरएफएल) को अपने पास की रखेगी।

उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी कंपनी का आरएफएल की बिक्री का कोई इरादा नहीं है। आरएफएल की ऋण पुनर्गठन योजना पटरी पर है।ऋण पुनर्गठन (डीआर) योजना के तहत कंपनी ने 31 मार्च, 2021 को ऋणदाताओं को 400 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।

आरएफएल रेलिगेयर एंटरप्राइजेज की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है। आरएफएल अपनी कमजोर वित्तीय सेहत की वजह से जनवरी, 2018 से रिजर्व बैंक की त्वरित कार्रवाई योजना (सीएपी) के तहत है। सलूजा ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘‘आरएफएल की समस्याओं का लगभग हल हो गया है। आरएफएल अब तरल कंपनी होगी। ऋण पुनर्गठन योजना के तहत कंपनी को अतिरिक्त वित्तपोषण मिलेगा। कंपनी ने ऋणदाताओं का करीब 7,500 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। डीआर योजना पूरी होने के बाद यह पूरी तरह ऋणमुक्त कंपनी होगी।’’

उन्होंने कहा कि पुनर्गठन के बाद आरएफएल सकारात्मक नेटवर्थ वाली कंपनी होगी। प्रवर्तक के रूप में आरईएल को कंपनी को चलाने का अधिकार है। भविष्य में आरएफएल की बिक्री के बारे में पूछे जाने पर सलूजा ने कहा कि ऋण पुनर्गठन के बाद कंपनी अपने पुराने गौरव को पाने का प्रयास करेगी। उसके बाद मूल्यांकन की बारी आएगी।

उन्होंने कहा कि कंपनी का मौद्रिकरण सही समय आने पर किया जाएगा।

भाषा अजय अजय मनोहर

मनोहर

 

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