(Silver Rate Today/ Image Credit: Pixabay)
नयी दिल्ली: Silver Rate Today चांदी बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में 1,800 रुपये उछलकर 2,07,600 रुपये प्रति किलोग्राम के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। इसका कारण कारोबारियों की निरंतर खरीदारी है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। चांदी बुधवार को 7,300 रुपये उछलकर पहली बार दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर 2,05,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
Silver Rate Today इस वृद्धि के साथ, चांदी की कीमत इस साल एक जनवरी को दर्ज की गई 90,500 रुपये प्रति किलोग्राम से 1,17,100 रुपये किलो यानी 129.4 प्रतिशत बढ़ चुकी है। सर्राफा संघ के अनुसार, स्थानीय सर्राफा बाजार में, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,36,500 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर स्थिर रहा। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 13.16 डॉलर यानी 0.31 प्रतिशत घटकर 4,325.02 डॉलर प्रति औंस रह गया।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा, ‘‘सोना बृहस्पतिवार को लगभग 4,330 डॉलर प्रति औंस तक गिर गया, लेकिन अक्टूबर में पहुंचे रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब बना रहा। इसका कारण अमेरिकी दर में कटौती की उम्मीदों और चल रहे भू-राजनीतिक जोखिमों से सोने को समर्थन मिलना है।’’
इस बीच, बाजार की धारणा फेडरल रिजर्व के गवर्नर क्रिस्टोफर वालर की टिप्पणियों से प्रभावित हुई। उन्होंने बुधवार को अतिरिक्त ब्याज दर में कटौती का समर्थन किया, जबकि यह भी कहा कि नीति निर्माता सावधानी से आगे बढ़ सकते हैं। उनकी टिप्पणियां अमेरिकी श्रम डेटा के बाद आईं, जो आगे नरमी का संकेत दे रहा था। इसमें बेरोजगारी दर चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई और नवंबर में नौकरियों में वृद्धि अक्टूबर में देखी गई नरमी की भरपाई करने में विफल रही।
विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी 0.25 प्रतिशत घटकर 66.04 डॉलर प्रति औंस रह गई। पिछले सत्र में, चांदी 3.13 डॉलर यानी 4.91 प्रतिशत बढ़कर 66.88 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। मौजूदा वर्ष में, चांदी की कीमतें दो जनवरी, 2025 को दर्ज किए गए 29.56 डॉलर प्रति औंस से 37.32 डॉलर यानी 126.3 प्रतिशत बढ़ी हैं। रिलायंस सिक्योरिटीज के जिगर त्रिवेदी ने कहा, ‘‘इस साल चांदी सालाना आधार पर लगभग 130 प्रतिशत चढ़ी है। उसे कम होते भंडार और मजबूत खुदरा और औद्योगिक मांग, खासकर तेजी से बढ़ते सौर, इलेक्ट्रिक वाहन और डेटा सेंटर सेक्टर से भी समर्थन मिला है।’’ विश्लेषकों ने कहा कि चांदी लगातार पांचवें साल आपूर्ति की कमी देख रही है और यह रुख जारी रहने का अनुमान है।