सड़क दुर्घटना में कमी के लिए सरकारी-निजी भागीदारी में स्मार्ट यातायात प्रणाली की जरूरत : गडकरी

सड़क दुर्घटना में कमी के लिए सरकारी-निजी भागीदारी में स्मार्ट यातायात प्रणाली की जरूरत : गडकरी

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  • Publish Date - September 8, 2020 / 12:13 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में कारगर कुशल यातायात प्रबंधन प्रणाली के लिए लोक निजी भागीदारी मॉडल पर काम करने की जरूरत पर जोर दिया है।

उन्होंने मंगलवार को कहा कि इसका मॉडल तैयार करने के लिए एक प्रतिष्ठित निजी सलाहकार की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि मोटर वाहन (संशोधित) अधिनियम 2019 लागू होने के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है।

भारत में सालाना पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती है, जबकि करीब तीन लाख लोग अपंग हो जाते हैं।

गैर-लाभकारी संस्था ‘कंज्यूमर वॉयस’ के सड़क सुरक्षा पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ‘‘ यह समय है जब हमें परिवहन में लोक निजी भागीदारी मॉडल को अपनाना चाहिए। हम एक निजी सलाहकार या कहें एक प्रतिष्ठित कंपनी को नियुक्त करेंगे जो अध्ययन कर बताएगी कि कैसे परिवहन क्षेत्र में लोक निजी भागीदारी मॉडल को लाया जा सकता है। वह राज्य, नगर निगम और राष्ट्रीय राजमार्ग के स्तर पर बेहतर समन्वय वाली एक कुशल यातायात प्रणाली (आईटीएस) के मॉडल को लेकर विशेष तौर पर सुझाव देगी।’’

उन्होंने कहा कि इसकी निविदा बहुत जल्द निकाली जाएगी।

कुशल यातायात प्रबंधन प्रणाली में केंद्रीयकृत नियंत्रण कक्ष, इलेक्ट्रॉनिक तरीके से चुंगी कर वसूलने की व्यवस्था के साथ-साथ सीसीटीवी, मौसम निगरानी, कई तरह के संदेश साइनबोर्ड, उन्नत संचार प्रणाली, ट्रै्फिक प्रबंधन और अन्य डिजिटल सेवाएं शामिल हैं।

गडकरी ने विश्वास जताया कि सड़क सुरक्षा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों और पहलों से 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में 50 प्रतिशत तक कमी आएगी।

भाषा शरद मनोहर

मनोहर