(Stock Market Crash, Image Source: Meta AI)
Stock Market Crash: नए वित्त वर्ष के पहले ही दिन भारतीय शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 1,390 अंक गिरकर 76,024 अंक पर बंद हुआ, यानी इसमें 1.80 प्रतिशत की गिरावट आई। निफ्टी में भी 354 अंक की गिरावट आई। इस गिरावट की वजह से निवेशकों को 3.44 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
इस गिरावट के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल से अमेरिका में टैरिफ (कर) बढ़ाने की चेतावनी को बताया जा रहा है। इससे पहले की अनिश्चितता के कारण सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों और निजी बैंकों के शेयरों में भारी बिकवाली हुई, जिससे बाजार में हाहाकर मच गया।
इस चौतरफा बिकवाली के कारण शेयर बाजार की कुल वैल्यू (मार्केट कैप) 4.12 लाख करोड़ रुपये से घटकर 4.09 लाख करोड़ रुपये हो गई, यानी महज एक ही दिन में निवेशकों को 3.44 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी जवाबी शुल्क की घोषणा से पहले वैश्विक अस्थिरता के कारण भारतीय बाजार में भारी बिकवाली हुई। इससे पहले, अमेरिका के व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता और वैश्विक व्यापार पर इसके प्रभाव के चलते बाजार में गिरावट आई। यह स्थिति भविष्य में भी शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती है, खासकर अगर अमेरिका की नीतियां बदलती हैं या वैश्विक अनिश्चितता बढ़ती है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।