आधुनिक अनाज कोठरी के निर्माण के लिए निविदा 31 अक्टूबर को

आधुनिक अनाज कोठरी के निर्माण के लिए निविदा 31 अक्टूबर को

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  • Publish Date - October 19, 2022 / 08:58 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:57 PM IST

नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) निजी कंपनियों की साझेदारी में डीबीएफओओ (डिजाइन करो, बनाओ, वित्तपोषण करो, स्वामित्व रखो और चलाओ) प्रारूप में आधुनिक इस्पात से बने गोदाम या अनाज कोठरी (साइलो) का निर्माण करने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की निविदा 31 अक्टूबर को आएगी। खाद्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।

सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत सरकारी स्वामित्व वाली एफसीआई ने तीन चरणों में ‘हब एंड स्पोक मॉडल’ के तहत अगले तीन-चार साल में 9,236 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 12 राज्यों में 249 स्थानों पर 111.12 लाख टन की क्षमता वाले इस्पात की अनाज कोठरी का निर्माण करने की योजना बनाई है।

प्रस्तावित कोष्ठागार दो प्रारूप यानी डीबीएफओओ और डीबीएफओटी (डिजाइन करो, बनाओ, वित्तपोषण करो, चलाओ और सौंप दो) में बनाए जाएंगे। इसमें निजी संस्थाएं पूर्व-निर्धारित अवधि के लिए आधुनिक अनाज कोठरी के निर्माण और संचालन के लिए जिम्मेदार होंगे।

डीबीएफओटी मोड के तहत, एफसीआई भूमि उपलब्ध कराएगी, जबकि डीबीएफओओ के मामले में, निजी संस्थाओं द्वारा भूमि का अधिग्रहण किया जाना है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘डीबीएफओओ मोड के तहत निविदा इस साल 31 अक्टूबर को खोली जानी है।’’

जबकि डीबीएफओटी मोड के लिए निविदा 10 अगस्त को खोली गई थी और एक परियोजना एक कंपनी को दी गई थी और अन्य परियोजनाओं के लिए प्रक्रिया चल रही है।

पहले से दिये जा चुके और चालू अनाज कोठरी परियोजनाओं में, 31 स्थानों (सर्किट मॉडल सहित) पर 17.75 लाख टन की क्षमता निर्माण का काम पूरा हो चुका है या इस्तेमाल में लाया जा चुका है तथा 31 स्थानों पर 15.50 लाख टन क्षमता निर्माण का काम कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं।

पहले चरण में, एफसीआई नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश (पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और जम्मू और कश्मीर) में 80 स्थानों पर 34.87 लाख टन की क्षमता वाले साइलो का निर्माण करेगा। इसके लिए 2,800 करोड़ रुपये से अधिक राशि का निवेश किया जा रहा है।

इसमें से 14 स्थानों पर लगभग 10.12 लाख टन क्षमता वाले अनाज कोठरी डीबीएफओटी मोड के तहत और 24.75 लाख टन क्षमता के अनाज कोठरी 66 स्थानों पर डीबीएफओओ मोड के तहत बनाए जाएंगे।

अनाज की थोक मात्रा में देखभाल सुविधाओं के साथ ये आधुनिक अनाज भंडारगृह भंडारण का एक वैज्ञानिक तरीका है और खाद्यान्नों के बेहतर संरक्षण को सुनिश्चित करता है।

खेतों के पास स्थापित किये जाने वाले, ये अनाज कोठरी खरीद केंद्र (मंडी) के रूप में कार्य करेंगे। इससे परिचालन कठिनाइयां और जटिलताएं कम होने की उम्मीद है।

भाषा राजेश राजेश रमण पाण्डेय

पाण्डेय