UPI International Transactions Rules: यूपीआई यूजर्स को जोरदार झटका.. NPCI ने ट्रांजैक्शन से जुड़े नियम में किया एक और बड़ा बदलाव

UPI International Transactions Rules: यूपीआई यूजर्स को जोरदार झटका.. NPCI ने ट्रांजैक्शन से जुड़े नियम में किया एक और बड़ा बदलाव

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  • Publish Date - April 12, 2025 / 11:45 AM IST,
    Updated On - April 12, 2025 / 11:45 AM IST

UPI International Transactions Rules/ Image source: Pexels

HIGHLIGHTS
  • NPCI ने यूपीआई ट्रांजैक्शन से जुड़े नियम में एक और बड़ा बदलाव किया
  • NPCI के मुताबिक, 'QR शेयर एंड पे' फीचर अब UPI ग्लोबल P2M लेनदेन के लिए उपलब्ध नहीं होगा
  • यह नियम 4 अप्रैल से लागू हो गया है

UPI International Transactions Rules: भारत में आजकल ज्यादातर लोग पेमेंट के लिए यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप भी UPI यूजर हैं और कभी काम से सिलसिले में विदेश जाने वाले  हैं तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। दरअसल, NPCI ने यूपीआई ट्रांजैक्शन से जुड़े नियम में एक और बड़ा बदलाव किया है। NPCI के मुताबिक, ‘QR शेयर एंड पे’ फीचर अब UPI ग्लोबल P2M (Person to Merchant) लेनदेन के लिए उपलब्ध नहीं होगा। बता दें कि, यह नियम 4 अप्रैल से लागू हो गया है। नए नियम से यूजर्स और व्यापारियों पर असर पड़ेगा।

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विदेशों में नहीं कर पाएंगे भुगतान 

NPCI के अनुसार, Payer PSP को यह तय करना होगा कि Payer UPI ऐप इसे पहचाने। यानि अब आप QR कोड शेयर करके विदेशों में भुगतान नहीं कर पाएंगे। मान लिजिए की आप विदेश में किसी दुकान से कुछ खरीदते हैं और वो आपको भुगतान के लिए QR कोड भेजते हैं और आप उस QR कोड को अपने फोन में सेव कर लेते हैं। अब अगर आप उस QR कोड को स्कैन करेंगे, तो आप उसपर पेमेंट नहीं कर पाएंगे।

इन 7 देशों में चल रहा  UPI

NPCI के मुताबिक, अभी फ्रांस, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका और यूएई समेत 7 देश भारत के UPI-आधारित QR भुगतान स्वीकार करते हैं। इन देशों में आप सीधे QR कोड स्कैन करके पेमेंट कर सकते हैं।

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भारत के लिए क्या कहता है नियम

‘QR शेयर एंड पे’ की लिमिट सभी P2M (Person to Merchant) के लिए 2 हजार रुपए होगी। Payer PSP को यह तय करना होगा कि Payer UPI ऐप इसे पहचाने। यानि, अगर आप भारत में किसी ऐसे बिजनेसमैन को QR कोड से पेमेंट कर रहे हैं जो NPCI के साथ रजिस्टर्ड नहीं है, तो आप QR शेयर एंड पे से एक बार में 2 हजार रुपए से ज्यादा का पेमेंट नहीं कर पाएंगे। ध्यान दें कि 2 हजार रुपए की घरेलू सीमा पहले से ही लागू है। यह बदलाव केवल अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन के लिए किया गया है।

'QR शेयर एंड पे' फीचर क्या है और इसका क्या उपयोग होता है?

'QR शेयर एंड पे' फीचर के जरिए उपयोगकर्ता किसी व्यापारी के QR कोड को शेयर करके या स्कैन करके अंतरराष्ट्रीय लेनदेन कर सकते थे। इसका उपयोग खासकर विदेश यात्रा के दौरान खरीदारी में किया जाता था।

क्या UPI से विदेश में भुगतान पूरी तरह बंद हो जाएगा?

नहीं, UPI से विदेश में भुगतान पूरी तरह बंद नहीं हुआ है। केवल 'QR शेयर एंड पे' फीचर को ग्लोबल लेनदेन के लिए बंद किया गया है। अन्य माध्यमों से अंतरराष्ट्रीय UPI लेनदेन संभव हो सकता है, जैसे बैंकिंग ऐप्स द्वारा अनुमोदित अंतरराष्ट्रीय QR को स्कैन करना आदि।

इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर किस पर पड़ेगा?

इस बदलाव का असर उन भारतीय उपयोगकर्ताओं और व्यापारियों पर पड़ेगा जो विदेश में UPI के माध्यम से भुगतान करते थे या स्वीकार करते थे। इससे अब अंतरराष्ट्रीय P2M लेनदेन के लिए अन्य विकल्पों का सहारा लेना पड़ सकता है।

यह नया नियम कब से लागू हुआ है?

यह नया नियम 4 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो गया है।