नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ब्याज दर संबंधी फैसला इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों के रूझान तय करने वाला प्रमुख कारक होगा। विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा वैश्विक गतिविधियां और विदेशी निवेशकों का रुख भी बाजार की भावना को प्रभावित करेगा।
पिछले सप्ताह शेयर बाजारों में सुस्ती रही, जहां प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बिना किसी खास बदलाव के बंद हुए।
रिलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, ”इस सप्ताह बाजार 12 दिसंबर को आने वाले भारत के सीपीआई आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे। वैश्विक स्तर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले पर ध्यान रहेगा, जो उभरते बाजारों की जोखिम धारणा को प्रभावित कर सकता है।”
निवेशक रुपये की चाल पर भी नजर रखेंगे, जो पिछले सप्ताह डॉलर के मुकाबले 90 के स्तर से नीचे चली गई थी।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि निवेशकों का ध्यान अब पूरी तरह 9–10 दिसंबर 2025 को होने वाली अमेरिकन फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक पर है।
उन्होंने कहा, ”एफओएमसी के फैसले के साथ ही प्रमुख अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। नौ दिसंबर को जारी होने वाले अमेरिकी रोजगार के आंकड़ों से अमेरिकी श्रम बाजार के बारे में पता चलेगा।”
पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स ने 5.7 अंक की मामूली बढ़त दर्ज की, जबकि एनएसई निफ्टी 16.5 अंक गिरा।
भाषा पाण्डेय
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