नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) खनन क्षेत्र के प्रमुख कारोबारी अनिल अग्रवाल ने कहा है कि उनके वेदांता समूह के पास अपनी सभी देनदारियों को चुकाने के लिए पर्याप्त नकदी प्रवाह है।
उन्होंने कहा कि समूह का लक्ष्य अगले 2-3 साल में ‘शुद्ध शून्य ऋण वाली कंपनी’ बनना है।
अग्रवाल ने कहा कि वेदांता की कर्ज चुकाने की क्षमता पर सवाल ‘बिल्कुल अप्रासंगिक’ है, क्योंकि समूह अगले साल 30 अरब डॉलर की आय के साथ करीब नौ अरब डॉलर का लाभ अर्जित करेगा।
उन्होंने कहा कि यह राशि सभी देनदारियों को चुकाने के लिए पर्याप्त है।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब अडाणी समूह पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अत्यधिक कर्ज वाले भारतीय समूहों पर निगरानी बढ़ रही है।
वेदांता रिसोर्सेज के संस्थापक और चेयरमैन अग्रवाल ने यहां एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमारे आकार के समूह के लिए हमपर दुनिया में सबसे कम कर्ज है।’’
उन्होंने कहा कि कारोबार में अरबों डॉलर का निवेश करने के चलते यह कर्ज है।
उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी पर कुल कर्ज 13 अरब डॉलर का है और इस साल हमें सात अरब अमेरिकी डॉलर का लाभ हुआ है। अगले साल हमारी आय 30 अरब डॉलर और मुनाफा नौ अरब डॉलर होगा।’’
उन्होंने कहा कि देनदारियों को चुकाने के लिए नकदी प्रवाह जरूरत से अधिक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम बहुत ही आरामदायक स्थिति में हैं। हमने कभी भी किसी भी भुगतान में चूक नहीं की है। हमारे पास हमेशा भुगतान करने की योजना रहती है।’’
वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड ने कहा कि उसने इस महीने में परिपक्व होने वाले अपने सभी ऋण और बॉन्ड का भुगतान कर दिया है, जिससे सकल ऋण में एक अरब डॉलर की कमी होगी।
भाषा पाण्डेय अजय
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