वाहन, कलपुर्जा उद्योग आयात से पूरी तरह ‘नाता‘ नहीं तोड़े : पवन गोयनका

वाहन, कलपुर्जा उद्योग आयात से पूरी तरह ‘नाता‘ नहीं तोड़े : पवन गोयनका

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  • Publish Date - September 5, 2020 / 10:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) देश के वाहन एवं कलपुर्जा उद्योग को आयात को पूरी तरह समाप्त नहीं करना चाहिए। महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने यह राय जताई है।

गोयनका ने शनिवार को भारतीय वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एसीएमए) के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर का मतलब अलग-थलग होने या अलगाव से नहीं है। उन्होंने कहा कि कंपनियों को लागत के मोर्चे पर प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए अधिक मेहनत करनी होगी। साथ ही वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अपना हिस्सा बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित नवोन्मेष्ण लाना होगा।

उन्होंने कहा कि भारत में वाहन कलपुर्जा उद्योग अपनी लागत प्रतिस्पर्धा की वजह से आगे बढ़ रहा है, लेकिन इसी तरीके से यह अगले स्तर पर नहीं पहुंच सकता। अगले स्तर पर जाने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करना होगा और प्रौद्योगिकी आधारित नवोन्मेषण पर ध्यान देना होगा तथा क्षमता का निर्माण करना होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘क्या हमें आयात पूरी तरह समाप्त कर देना चाहिए? मुझे लगता है कि यह सही नहीं होगा। न हम ऐसा कर सकते हैं, न हमें ऐसा करना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि हमें उन चीजों का आयात जारी रखना होगा, जो दूसरे देश हमसे बेहतर बना सकते हैं। यह सही होगा। हमें सबकुछ खुद ही नहीं करना चाहिए। आत्मनिर्भरता का मतलब अलगाव से नहीं है।

गोयनका ने कहा कि आयात घटाकर आत्मनिर्भरता बढ़ाई जा सकती है। इस पर सावधानी से विचार करने की जरूरत है कि हम क्या आयात कर रहे हैं और क्यों आयात कर रहे हैं।’’

भाषा अज

अजय मनोहर

मनोहर