कोलकाता, 24 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल मंत्रिमंडल ने बुधवार को मदर डेयरी के बंगाल डेयरी के साथ विलय को मंजूरी दे दी, जिससे राज्य में पुराने ब्रांड का इस्तेमाल असल में बंद हो गया है। प्रदेश की वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी।
कई दूसरी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को भी मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली है।
मंत्री ने कहा, ‘‘पूरी मदर डेयरी को बंगाल डेयरी में विलय कर दिया गया है। आज से, मदर डेयरी का वजूद नहीं रहेगा।’’ इसमें आगे कहा गया कि इसके सभी उत्पाद अब ‘बंगाल डेयरी’ नाम से बेचे जाएंगे।
मंत्रिमंडल ने राज्य की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बड़े बुनियादी ढांचा प्रस्तावों को भी मंज़ूरी दी।
भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘राज्य में दो जगहों पर 800 मेगावाट की क्षमता वाले दो नए ‘क्रिटिकल सुपर ताप विद्युत संयंत्र लगाए जाएंगे, जिससे कुल क्षमता 1,600 मेगावाट हो जाएगी। ज़मीन 25 साल के लिए दी जाएगी, जिसमें लीज़ को और पांच साल बढ़ाने का विकल्प होगा।’’ बैठक में वेयरहाउसिंग परियोजना को भी मंज़ूरी दी गई।
मंत्री ने कहा कि नाहर इंडस्ट्रियल एंटरप्राइजेज लिमिटेड, जिसने व्यापार सम्मेलन में 500 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया था, 11.35 एकड़ ज़मीन पर ई-कॉमर्स की बड़ी कंपनियों अमेज़न और फ्लिपकार्ट के लिए ‘वेयरहाउसिंग’ सुविधा केन्द्र विकसित करेगी।
भट्टाचार्य ने कहा कि मंत्रिमंडल ने हावड़ा के अंकुरहाटी में एक रत्न एवं आभूषण पार्क विकसित करने को भी मंज़ूरी दी।
उन्होंने कहा कि डोमजूर में भी ज़मीन आवंटित की गई है, जहां तकनीकी शिक्षा और दक्षता विकास विभाग, प्रशिक्षण सुविधा केन्द्र चलाता है, और यह परियोजना पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (डब्ल्यूबीआईडीसी) द्वारा पूरा की जाएगी।
भट्टाचार्य ने कहा कि इसके अलावा, 30.42 एकड़ ज़मीन पर चार औद्योगिक प्लॉट विकसित किए जाएंगे, जबकि पानागढ़ में 1.37 एकड़ और हरिंघटा में 2.77 एकड़ ज़मीन औद्योगिक पार्क के लिए तय की गई है।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने जंगल सुंदरी कर्मनगरी परियोजना के लिए 115 एकड़ ज़मीन देने को भी मंज़ूरी दे दी है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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