भारत में श्रमबल में महिलाओं की हिस्सेदारी मात्र 25 प्रतिशत : वाधवानी फाउंडेशन

भारत में श्रमबल में महिलाओं की हिस्सेदारी मात्र 25 प्रतिशत : वाधवानी फाउंडेशन

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  • Publish Date - November 19, 2020 / 02:29 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

कोलकाता, 19 नवंबर (भाषा) भारत में श्रमबल में महिलाओं की हिस्सेदारी मात्र 25 प्रतिशत ही है, जबकि इसका वैश्विक औसत 49 प्रतिशत है। गैर- लाभकारी संगठन वाधवानी फाउंडेशन ने बृहस्पतिवार को महिला उद्यमिता दिवस पर यह बात कही।

फाउंडेशन ने कहा कि आज समय की जरूरत है कि महिला उद्यमियों की क्षमता का पूरा इस्तेमाल किया जाए, जो अभी तक नहीं हो पाया है।

वाधवानी फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय केला ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि भारत के तेजी से बढ़ते उद्यमिता के क्षेत्र में महिलाएं पीछे छूट गई हैं। इन उद्यमियों को प्रणालीगत समर्थन दिए जाने की जरूरत है। इसके तहत एक एकीकृत नीतिगत रूपरेखा होनी चाहिए, जिसमें ग्रामीण भारत पर भी समान तरीके से ध्यान देने की जरूरत होगी।’’

उन्होंने कहा कि भारत में उद्यमिता के क्षेत्र में महिलाओं की हिस्सेदारी मात्र 14 प्रतिशत है, ऐसे में देश के लिए एक बड़ा अवसर है जबकि वह महिलाओं उद्यमियों के बहुमूल्य संसाधनों को आगे बढ़ा सकता है और उनकी क्षमता का इस्तेमाल कर सकता है।

उन्होंने बताया कि भारत में 6.3 करोड़ सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) हैं। इनमें से मात्र छह प्रतिशत की अगुवाई महिलाओं के पास है, जो पूरी तरह प्रतिभा की बर्बादी है।

वाधवानी फाउंडेशन की स्थापना अमेरिका के उद्यमी डॉ. रोमेश वाधवानी ने की है।

भाषा अजय

अजय मनोहर

मनोहर