नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) दुनिया का सबसे बड़ा विज्ञापन समूह डब्ल्यूपीपी पीएलसी अमेरिकी बाजार नियामक प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) को विभिन्न उल्लंघनों के आरोपों के निपटान के लिए 1.9 करोड़ डॉलर का भुगतान करेगा। इसमें समूह की एक अनुषंगी द्वारा विज्ञापन अनुबंधों के एवज में भारत सरकार के अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप भी शामिल है।
एसईसी ने डब्ल्यूपीपी के मामले के निपटान की पेशकश को स्वीकार करने संबंधी आदेश जारी करते हुए कहा कि रिश्वतखोरी का यह मामला डब्ल्यूपीपी की भारत में बहुलांश हिस्सेदारी वाली अनुषंगी से संबंधित है। इस अनुषंगी ने बिचौलियों के माध्यम से भारतीय अधिकारियों को लाखों डॉलर की घूस दी।
नियामक ने कहा, ‘‘भारतीय अनुषंगी द्वारा रिश्वत देने से डब्ल्यूपीपी को अनुचित तरीके से 56,69,596 डॉलर का फायदा हुआ।’’
एसईसी ने कहा कि इसके अलावा डब्ल्यूपीपी को चीन, ब्राजील और पेरू में भी अपनी अनुषंगियों के जरिये इसी तरह का अनुचित लाभ हुआ है।
एसईसी ने कहा कि इन निष्कर्षों को स्वीकार या स्वीकार किए बिना डब्ल्यूपीपी ने रिश्वतखोरी और विदेशी भ्रष्टाचार व्यवहार कानून (एफसीपीए) के उल्लंघन के मामले का निपटान करने की सहमति दी है। डब्ल्यूपीपी 1.01 करोड़ डॉलर की अवैध कमाई, 11 लाख डॉलर का पूर्वनिर्णय ब्याज और 80 लाख डॉलर का जुर्माना चुकाएगी।
मौजूदा विनिमय दर के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी विज्ञापन कंपनी को करीब 140 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।
भाषा अजय अजय पाण्डेय
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