Reported By: Mohandas Manikpuri
,Balod News, image source: ibc24
बालोद: Balod News, बालोद जिला स्थित डौण्डीलोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम खड़ेनाडीह में बहू ने अपने वाद्ययंत्र सिखाने वाले सहयोगी के साथ मिलकर अपने ही ससुर को मौत के घाट उतार दिया। सुबह अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान संदिग्ध अवस्था में मौत की सूचना पुलिस को मिली। जिसके बाद डौण्डीलोहारा थाना पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पूरे मामले को अपनी विवेचना के दायरे में ले लिया। पोस्ट मार्डम के बाद मामला हत्या होना पाया गया। पुलिस ने शक के आधार पर उसकी बहू को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जहां बहू ने हत्या करना स्वीकार किया है।
बता दें कि मृतक की बहू ने दीगर गांव से वाद्ययंत्र सिखाने वाले के साथ मिलकर करेंट लगाकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने मृतक मनोहर निर्मलकर की बहू और वाद्ययंत्र सिखाने वाले लेखराम निषाद, ग्राम बड़गांव निवासी को गिरफ्तार कर लिया है।
Balod News, बताया गया कि 17 जुलाई को फोन से पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम खड़ेनाडीह निवासी मनोहर निर्मलकर का संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई है। जिसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे हैं। जिसके बाद तुरंत पुलिस वहां पहुंच गई और पंचनामा कार्यवाही के दौरान देखा कि मृतक के चेहरे के दायें-बांये दोनों गाल पर, गला में कई जगह चोंट खरोंच का निशान एवं बांए गाल तथा गले के पास जलने जैसा निशान पाया गया।
प्रकरण में विवेचना के दौरान शव का पीएम कराया गया, जिसमें डॉक्टर द्वारा शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में मृतक की मृत्यु वि़द्युत करेंट लगने से तथा मृतक के मृत्यु का कारण हत्यात्मक प्रकृति का होना पाया गया। पुलिस को मृतक की बहू गीता निर्मलकर से पूछताछ करने पर जानकारी मिली की मृतक मनोहर निर्मलकर शराब पीकर घर आने पर शराब के नशे में गाली गलौज कर मारपीट करता था और बहू पर बुरी नीयत रखता था।
Balod News, इस बात से तंग आकर वाद्ययंत्र सिखाने वाले लेखराम निषाद निवासी ग्राम बड़गांव से बहू ने कहा कि उसे अपने ससुर को रास्ते से हटाना है, कुछ उपाय बताओ। तब लेखराम निषाद अपने घर में तैयार किया हुआ बिजली वायर, प्लास्टिक ग्लब्स को 16 जुलाई को रात्रि करीबन 11 से 12 बजे के मध्य मृतक के घर पहुंचकर, योजनाबध्द तरीके से मृतक जब अपने घर के परछी में सो रहा था। गीता और लेखराम निषाद ने बिजली के वायर को बोर्ड में लगाकर मृतक मनोहर के गला, चेहरा, माथा में लगाकर बिजली का बटन चालू कर करेंट लगाकर उसकी हत्या कर दिया।
वहीं गीता निर्मलकर को मृतक के चेहरे पर हल्दी तेल, गुलाल लगाने के लिए कहा और अपने घर परिवार में मनोहर निर्मलकर की मृत्यु सायकल से गिरकर चोट लगने से होना बताकर अपने घर ग्राम बड़गांव चला गया।