Balrampur School News: जर्जर स्कूल में पढ़ रहे 400 छात्र खतरे में! बारिश में टपकती छत, गिरता प्लास्टर, हादसों के बाद भी मरम्मत नहीं

Balrampur School News: जर्जर स्कूल में पढ़ रहे 400 छात्र खतरे में! बारिश में टपकती छत, गिरता प्लास्टर, हादसों के बाद भी मरम्मत नहीं

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  • Publish Date - July 8, 2025 / 04:48 PM IST,
    Updated On - July 8, 2025 / 04:48 PM IST

Balrampur School News | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • हादसे को दावत दे रहा ये स्कूल,
  • जर्जर छत, गिरता प्लास्टर,
  • 400 बच्चों की जिंदगी खतरे में,

बलरामपुर: Balrampur School News:  जिले के शंकरगढ़ में संचालित हायर सेकेंडरी स्कूल की हालत बेहद खराब हो गई है। भवन इतनी जर्जर हो गई है कि अपने आप गिरने लगी है और लगातार हादसे हो रहे हैं। लगभग 400 बच्चे इस स्कूल में अध्ययनरत हैं और प्रतिदिन बारिश के मौसम में परेशानी का सामना कर रहे हैं। पिछले साल छत का प्लास्टर गिरने से दो छात्र घायल भी हो गए थे उसके बाद भी भवन की मरम्मत नहीं हुई।

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Balrampur School News:  शंकरगढ़ ब्लॉक का यह एक पुराना स्कूल है। यह जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित है। छात्र-छात्राएँ दोनों ही इस स्कूल में पढ़ाई करते हैं और उनकी संख्या लगभग 400 है। भवन के सभी कमरों की हालत बेहद खराब हो चुकी है और यह इतनी जर्जर हो गई है कि बरसात के मौसम में इनमें बैठना भी खतरे को दावत देने जैसा है। जब बारिश होती है तो सभी कमरे टपकने लगते हैं और प्लास्टर भी गिरने लगता है। विद्यार्थियों के साथ ही यहाँ के शिक्षक भी बेहद परेशान हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के समय बच्चों को एक साथ बिठाकर पढ़ाई कराते हैं ताकि कोई हादसा न हो। वहीं उस समय स्कूल की छुट्टी भी जल्दी कर दी जाती है।

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Balrampur School News:  उन्होंने बताया कि इस बारे में कई बार शिकायत की गई है चाहे वह विधायक हों, सांसद हों, या फिर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारी। सभी सिर्फ आश्वासन ही देते हैं, लेकिन आज तक भवन की मरम्मत या नए भवन निर्माण पर किसी का ध्यान नहीं गया। स्कूल का संचालन जैसे-तैसे किया जा रहा है ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। वहीं इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी भी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं कि जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।

शंकरगढ़ का यह स्कूल किस स्थिति में है और "स्कूल भवन" की क्या हालत है?

यह स्कूल पूरी तरह जर्जर हो चुका है। "स्कूल भवन" की दीवारें और छतें बारिश में टपकती हैं और प्लास्टर गिरने से दुर्घटनाएँ हो रही हैं।

क्या "स्कूल भवन" की मरम्मत के लिए कोई सरकारी कदम उठाए गए हैं?

अब तक कोई ठोस मरम्मत कार्य नहीं हुआ है। सिर्फ आश्वासन दिए गए हैं, लेकिन "स्कूल भवन" की हालत जस की तस बनी हुई है।

क्या छात्रों की पढ़ाई "स्कूल भवन" की खराब हालत से प्रभावित हो रही है?

जी हाँ, बारिश के मौसम में कक्षाओं को एक साथ मिलाकर पढ़ाना पड़ता है या स्कूल जल्दी बंद करना पड़ता है, जिससे पढ़ाई प्रभावित होती है।

"स्कूल भवन" की समस्या को लेकर किन-किन अधिकारियों को जानकारी दी गई है?

विधायक, सांसद, जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को कई बार शिकायत दी गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

क्या इस "स्कूल भवन" के स्थान पर नया भवन बनाने की योजना है?

फिलहाल जिला शिक्षा अधिकारी ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन "नए स्कूल भवन" के निर्माण को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।