Divyang elderly commits suicide due to delay in getting tricycle
बलरामपुर। जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अलखडीहा में एक बुजुर्ग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। दरअसल बुजुर्ग दोनों पैरों से दिव्यांग था और उसने जनपद पंचायत में ट्राई साइकिल के लिए आवेदन लगाया था। ट्राईसाईकिल मिलने में हो रही देरी से वह काफी परेशान था और इसी वजह से उसने फांसी लगा लिया है। मामले में पुलिस की टीम ने मर्ग कायम कर लिया है। वही, पंचायत सचिव व पंचायत इंस्पेक्टर अपनी अलग दलील दे रहे हैं।
जनपद पंचायत राजपुर के सभाकक्ष में 13 जुलाई को दिव्यांगों का शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में मृतक गांगू पहाड़ी कोरवा भी आया हुआ था। दरअसल, वह अपने दोनों पैरों से चल नहीं पाता था और इसी बात से बहुत परेशान रहता था। शिविर के दौरान डॉक्टरों ने उसकी जांच की और उसने शिविर में ही ट्राईसाईकिल की मांग किया था ताकि वह कहीं भी आना जाना कर सके। आज गांगू की लाश उसके घर में ही फांसी पर लटकी हुई मिली। मृतक के परिजनों ने पुलिस को बताया कि ट्राईसाईकिल नहीं मिलने के कारण ही वह काफी परेशान रहते थे और इसी कारण उसने फांसी लगा लिया।
इस पूरे मामले में पंचायत सचिव का कहना है कि उसने भी देखा था कि मृतक दोनों पैर से दिव्यांग था और चल नहीं पाता था। उसका यह भी कहना है कि मृतक दिव्यांग शिविर में भी पहुंचा था, लेकिन मीडिया के सामने वह कह रहा है कि मृतक ने ट्राई साइकिल के लिए आवेदन दिया ही नहीं है। वहीं, मामले में पंचायत इंस्पेक्टर का कहना है कि मृतक मोटराइज्ड साइकिल की मांग कर रहा था और मोटराइज्ड साइकिल सक्सेज नहीं होने के कारण काफी दिनों से बंद हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सचिव ने ही यह बात उन्हें बताई थी।
सरकार दिव्यांगों के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन योजनाएं सिर्फ कागजों में ही संचालित दिखाई दे रही हैं लोग आवेदन तो कर रहे हैं लेकिन उन्हें उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है यही कारण है कि आज एक दिव्यांग ने छुब्ध होकर फांसी लगा लिया। IBC24 से अरुण कुमार सोनी की रिपोर्ट