बलरामपुर। जिले के जनपद पंचायत वाड्रफनगर में करोड़ों रुपए का गबन करने वाले मनरेगा के प्रोग्राम ऑफिसर को वाड्रफनगर पुलिस की टीम ने रायपुर से एक किराए का मकान से गिरफ्तार किया है। प्रोग्राम ऑफिसर का नाम अश्विनी तिवारी है और उनके खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज था।
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प्रोग्राम ऑफिसर अश्विनी तिवारी वाड्रफनगर जनपद पंचायत में पदस्थ थे। यहां उन्होंने मनरेगा के कार्यों में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा किया था और उसके बाद फरार हो गए थे। मामले में जांच के बाद जनपद पंचायत के सीईओ ने थाने में केस रजिस्टर कराया था। लगातार पुलिस की टीम फरार प्रोग्राम ऑफिसर की तलाश कर रही थी, लेकिन आरोपी का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। पुलिस की टीम ने साइबर सेल की मदद से मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी प्रोग्राम ऑफिसर अश्विनी तिवारी को रायपुर में एक निजी मकान से गिरफ्तार किया है।
पुलिस की टीम ने बताया कि आरोपी प्रोग्राम ऑफिसर का अंबिकापुर में भी एक मकान है और वह लगातार इसे बेचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन अपराध दर्ज होने कारण कोई भी उसका मकान खरीदने को तैयार नहीं था। फरार प्रोग्राम ऑफिसर रायपुर में अपने परिवार के साथ एक किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए कार्रवाई शुरू कर दिया है।
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