Birgaon Pregnant Woman Death: 6 प्रसूताओं को छोड़कर घर चली गई डॉक्टर, बिना खून की व्यवस्था के किया साक्षी का ऑपरेशन, बिरगांव अस्पताल में महिला की मौत मामले में बड़ा खुलासा
Birgaon Pregnant Woman Death: Doctor left 6 pregnant women and went home
Birgaon Pregnant Woman Death. Image Source- ibc24
- डॉक्टर के अस्पताल छोड़ने के बाद 6 प्रसूताएं और नवजात एक नर्सिंग स्टाफ के भरोसे।
- साक्षी निषाद की ऑपरेशन से पहले हीमोग्लोबिन 9 ग्राम था, खून की व्यवस्था नहीं की गई।
- जांच में डॉक्टर और स्टाफ नर्स को दोषी पाया गया, निलंबन की सिफारिश।
रायपुरः Birgaon Pregnant Woman Death: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बीरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूता की मौत मामले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रभारी डॉक्टर अंजना कुमार लाल और स्टाफ अनुपम सिंह की बड़ी लापरवाही सामने आई है। 9 जून को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 1 नहीं बल्कि 6 प्रसूताओं की डिलीवरी हुई थी, लेकिन अस्पताल में शाम के बाद एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। मिली जानकारी के अनुसार 6 प्रसूताएं और 6 नवजात और नसबंदी की दो महिला मरीज सिर्फ एक पुरुष नर्सिंग स्टाफ के भरोसे थी। इनमें से 3 का सिजेरियन, 3 नॉर्मल डिलीवरी और नसबंदी के 2 ऑपरेशन हुए थे। प्रभारी डॉक्टर अंजना कुमार मरीजों की निगरानी करना छोड़ अस्पताल से चली गई थी। बिना इलाज शाम को ही प्रसूता की डिस्चार्ज पर्ची बना ली गई थी।
मृतका साक्षी निषाद को लेकर हुआ ये खुलासा
Birgaon Pregnant Woman Death: मृतका साक्षी को लेकर जो जानकारी सामने आई है, वह भी चौकाने वाली है। साक्षी का हीमोग्लोबिन सिर्फ 9 ग्राम था। बिना खून की व्यवस्था के डॉक्टर ने ऑपरेशन कर दिया था। अत्यधिक रक्तस्राव के बाद भी प्रसूता को इलाज नहीं मिला और वह देर रात तक तड़पती रही औरप अंततः उन्होंने दम तोड़ दिया।
Read More : MP Hindi News: कुदरत का कहर! आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत, एक घायल
IBC24 ने दिखाई थी खबर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बार फिर IBC24 की खबर का बड़ा असर हुआ है। बीरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूता की मौत मामले को लेकर खबर दिखाए जाने के बाद गठित की जांच टीम ने डॉक्टर और स्टाफ नर्स को दोषी पाया है। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में डाक्टर अंजना कुमार और नर्सिंग स्टाफ अनुपम को निलंबित करने की अनुशंसा की है। डॉक्टरों के अनुसार अत्याधिक रक्तस्त्राव के कारण प्रसूता की मौत हुई थी। डिलीवरी के बाद टांके लगाने में भी लापरवाही बरती गई थी।

Facebook



