Janjatiya Gaurav Diwas 2025 / Image Source: IBC24
Janjatiya Gaurav Diwas 2025: रायपुरः छत्तीसगढ़ में इस साल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पूरे उत्साह और गरिमा के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आदिम जाति कल्याण मंत्री राम विचार नेताम ने बताया कि इस अवसर पर हर जिले, ब्लॉक और छात्रावासों में विशेष गतिविधियों का आयोजन होगा ताकि विद्यार्थियों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा मिल सके। मंत्री राम विचार नेताम ने ये भी जानकारी दी कि 20 नवंबर को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर दौरे पर आएँगी। वो वहाँ आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगी।
मंत्री नेताम ने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर राज्य के सभी छात्रावासों और आश्रमों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बच्चों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र, उनके संघर्ष और देश की स्वतंत्रता और आदिवासी समाज के लिए उनके योगदान के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होनें कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज के अधिकार, सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए जो संघर्ष किया, वो आज भी समाज को दिशा देता है। हमारे बच्चों को उनके जीवन से सीखने की जरूरत है ताकि वो अपने समुदाय और राष्ट्र दोनों के प्रति जिम्मेदारी समझ सकें।” इसके साथ ही, छात्रावासों में लेखन, चित्रकला, खेल, गायन, निबंध प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।
Janjatiya Gaurav Diwas 2025: आदिम जाति कल्याण विभाग ने राज्य के सभी जिलों में जनजातीय गौरव दिवस के लिए विशेष तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कार्यक्रमों का आयोजन स्थानीय जनजातीय संस्कृति और परंपराओं को ध्यान में रखकर किया जाए। प्रत्येक जिले में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण, सांस्कृतिक झाँकियाँ, पारंपरिक नृत्य और वाद्य प्रस्तुति जैसे कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है। ग्रामीण अंचलों में भी स्कूली बच्चों और युवा समूहों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
मंत्री राम विचार नेताम ने ये भी जानकारी दी कि 20 नवंबर को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर दौरे पर आएँगी। वो वहाँ आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगी।