रायपुर/कोरबाः नामचीन हरियाणवी सिंगर सपना चौधरी पहली बार छत्तीसगढ़ की उर्जाधानी कोरबा पहुंची, जहां उनका पूरा कार्यक्रम बदइंतजामी और बद्तमीजी के चलते उनके लिए कड़वा अनुभव बन गया। सपना ने पुलिस को शिकायत करते हुए पत्र लिखा जिसमें आरोपियों के नाम लिखे। पत्र के बहाने बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे पर हमलावर है। कांग्रेस कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही है तो बीजेपी कांग्रेसियों को गुंडा बता रही है। सवाल ये है कि एक कलाकार के प्रोग्राम को क्या जानबूझकर बिगाड़ा गया?
अपने बेकाब और खास देसी अंदाज के लिए मशहूर हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने कोरबा पुलिस को जो पत्र लिखा उस पर पक्ष-विपक्ष में सियासी बखेड़ा बढ़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ बीजेपी ने सपना चौधरी के पत्र के आधार पर मामले में कांग्रेस को घेरते हुए कांग्रेस गुंडे करार दिया। बीजेपी ने X-पोस्ट जारी कर उत्पात मचाने वाले आरोपियों को ठगेश के कांग्रेसी गुंडे कहकर तंज कसा, जिस पर कांग्रेस ने सफाई देते हुए पलटवार किया। PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि सरकार राजकीय अतिथि तक को सुरक्षा नहीं दे पा रही और कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रही है। जवाब में सत्तापक्ष के नेताओं ने फिर दोहराया कि कांग्रेस और अपराध का पुराना रिश्ता है।
दरअसल 12 अक्टूबर को डांसर सपना चौधरी का कोरबा में एक कार्यक्रम रखा गया जिसके बाद डांसर सपना चौधरी ने पुलिस को पत्र लिखकर शिकायत की। सपना के मुताबिक भीड़ को उकसाकर कार्यक्रम बिगाड़ा गया, उनकी टीम के साथ मारपीट की गई। कार्यक्रम के बाद रात साढ़े 12-1 बजे चार लोगों ने दरवाजा तोड़ने की। गाली-गलौज कर गोली मारने की धमकी दी। सपना ने कार्यक्रम आयोजक अमित नवरंगलाल, अनिल द्विवेदी, युगल शर्मा, सुजल अग्रवाल को हंगामें का आरोपी बताया, जबकि रिजोर्ट मालिक ने चारों के खिलाफ कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोपी में शामिल अनिल द्विवेदी को कांग्रेसी बताते हुए बीजेपी, विपक्ष पर हमलावर है, जबकि विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रही है ।
दोनों तरफ से थाने में शिकायत हो चुकी है। बखेड़ा करने का आरोप कांग्रेसी पर लगा है, जिसे खारिज करते हुए कांग्रेस उल्टे बीजेपी को कोस रही है। सबसे बड़ा सवाल ये है किसी भी कलाकार, खासकर अन्य स्टेट के कलाकार के साथ प्रदेश में घटी घटना शर्मनाक है, उसके दोषियों पर सख्त एक्शन पर एक स्वर होने के बजाय क्या आरोपियों का बचाव किया जा रहा है?