Bhilai News: छत्तीसगढ़ के इस कॉलेज में बड़ी गड़बड़ी, परीक्षार्थियों को दे दिया दूसरे विषय का पर्चा, परीक्षा हाल में पेपर देख छात्रों के होश उड़े

Bhilai News: छत्तीसगढ़ के इस कॉलेज में बड़ी गड़बड़ी, परीक्षार्थियों को दे दिया दूसरे विषय का पर्चा, परीक्षा हाल में पेपर देख छात्रों के होश उड़े

  • Reported By: Komal Dhanesar

    ,
  •  
  • Publish Date - August 13, 2025 / 08:41 PM IST,
    Updated On - August 13, 2025 / 08:42 PM IST

Bhilai News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • एमजे कॉलेज में परीक्षा पर्चा गड़बड़ी,
  • फार्माकोलॉजी का पेपर बांटने से हड़कंप,
  • कॉलेज पर कार्रवाई की तैयारी,

भिलाई: Bhilai News: भिलाई के एम.जे. फार्मेसी कॉलेज में फार्मेसी के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही खुलकर सामने आई। यहां 11 अगस्त को फार्मेसी के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा थी, विषय था मेडिसिनल केमिस्ट्री, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिससे छात्रों के होश उड़ गए क्योंकि उनके हाथ में जो प्रश्नपत्र था, वह मेडिसिनल केमिस्ट्री के बजाय फार्माकोलॉजी का था, जिसकी परीक्षा 18 अगस्त को होनी थी।

Read More : महतारी वंदन योजना के लिए फिर से आवेदन शुरू, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कह दी ये बड़ी बात, अब इन महिलाओं को मिलेगा अवसर

Bhilai News: बस क्या था फार्माकोलॉजी की परीक्षा का प्रश्नपत्र देखकर वहां हड़कंप मच गया और जब तक कॉलेज के जिम्मेदारों तक यह बात पहुंची, प्रश्नपत्र लीक हो चुका था। इधर जब यह खबर सीएसवीटीयू तक पहुंची, तो सबसे पहले विश्वविद्यालय ने 18 अगस्त की परीक्षा रद्द कर उसे 22 अगस्त को लेने का नया टाइमटेबल जारी कर दिया। लेकिन इस घोर लापरवाही को लेकर सीएसवीटीयू अब एम.जे. कॉलेज पर बड़ी कार्रवाई करने के संकेत दे रही है।

Read More : लापता अर्चना तिवारी की तलाश में परिजन, भाई ने कहा- बहन सबसे मिलनसार, किसी पर शक नहीं, सुरक्षित घर लौटने की आशा

Bhilai News: बता दें कि यूनिवर्सिटी से प्रश्नपत्र लेने ले लेकर एग्जाम सेंटर में प्रश्नपत्र की सील खोलने और क्लास में क्वेशचन पेपर बांटने तक किसी की नजर नहीं गई। रजिस्ट्रार की मानें तो परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र बांटने के नियमानुसार तीन प्राध्यापकों की उपस्थिति में पेपर का कोड और परीक्षा की तिथि को मिलाने के बाद पर्चा खोला जाता है । लिफाफे के ऊपर सब्जेक्ट कोड और परीक्षा की तारीख भी लिखी होती है पर कॉलेज प्रबंधन ने इन सब चीजों को चेक किए बिना ही साइन कर लिफाफा खोल दिया। अब इस पूरे मामले पर छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय अब एमजे कॉलेज पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। वही विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अब इस पूरे मामले पर प्रश्न पत्र को दोबारा से छापा जाएगा तो उसका सारा खर्च एमजे कॉलेज को देना होगा।

Read More : बाबा बागेश्वर युगांडा यात्रा के लिए रवाना, सनातनियों के लिए धीरेंद्र शास्त्री करेंगे हनुमंत कथा, इस साल इतने देशों की कर चुके हैं यात्रा

सीएसवीटीयू के रजिस्ट्रार डॉ अंकित अरोरा का कहना है कि इस पूरे मामले में कॉलेज प्रबंधन से जवाब मांगा गया था और कॉलेज ने जवाब दिया है लेकिन उनकी ओर से लापरवाही पूरी तरह से सामने आई है। इधर चर्चा यह भी है कि कार्यपरिषद की बैठक में भी इस मामले को लाया जा सकता है और कॉलेज की समब्द्धता को खत्म करने को लेकर भी चर्चा हो सकती है। इधर इस पूरे मामले में कॉलेज प्रबंधन मीडिया के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन चर्चा है कि इस बड़ी लापरवाही के चलते यूनिवर्सिटी ने कॉलेज के सामने सवाल उठाया है कि अगर व्यवस्था नहीं संभाली जाती तो एफिलेशन क्यों लिया।

एम.जे. फार्मेसी कॉलेज पेपर गलती में कौन-सा विषय गलत तरीके से बंटा?

इस मामले में छात्रों को मेडिसिनल केमिस्ट्री की जगह फार्माकोलॉजी का पेपर दे दिया गया जो 18 अगस्त को होना था।

सीएसवीटीयू ने एम.जे. कॉलेज प्रश्नपत्र गलती पर क्या कार्रवाई की?

सीएसवीटीयू ने 18 अगस्त की परीक्षा रद्द कर उसे 22 अगस्त को आयोजित करने का फैसला किया है और कॉलेज से जवाब भी मांगा गया है।

क्या एम.जे. फार्मेसी कॉलेज का एफिलिएशन खतरे में है?

हां, चर्चा है कि इस लापरवाही को लेकर कॉलेज की संबद्धता समाप्त करने पर विचार किया जा सकता है।

क्या एम.जे. कॉलेज प्रश्नपत्र गलती में विश्वविद्यालय की कोई भूमिका थी?

नहीं, यह पूरी तरह से कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही थी, जिसने बिना विषय और तिथि मिलाए प्रश्नपत्र खोल दिया।

क्या एम.जे. कॉलेज को प्रश्नपत्र दोबारा छापने का खर्च देना होगा?

जी हां, विश्वविद्यालय ने निर्देश दिया है कि सारा खर्च कॉलेज को वहन करना होगा।