Durg News/Image Source: IBC24
दुर्ग: Durg News: दुर्ग जिले के मचांदूर गांव में भगवा झंडा विवाद के बाद एक नया वीडियो सामने आया है जिसे निलंबित पुलिस कर्मी ने अपने पक्ष में जारी किया है। गृह मंत्री विजय शर्मा ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की बात कही है। पूर्व में एक वायरल वीडियो ने हिंदुत्व का मामला भड़काया था जबकि अब एक नया मोड़ सामने आया है। इस नए वीडियो में सस्पेंड पुलिस कर्मियों और सैनिक परिवार के बीच बहस हो रही है। वीडियो में पुलिस कर्मी स्पष्ट रूप से कह रहा है झंडा लगाने के वक्त गाली-गलौज क्यों कर रहे हो। अगर झंडा लगाना है तो सुबह लगा लेना यह वीडियो रात 11:30 बजे का बताया जा रहा है।
Durg News: इस वीडियो में सेना के जवान कौशल निषाद ने कहा की मैं सिर्फ एक प्वाइंट को पकड़ा हूं तुमने मुझे गाली क्यों दी। इसके जवाब में पुलिस कर्मी महेश देवांगन ने कहा की तुमने छत से गाली दी थी तब मैंने दी। यह वीडियो पुलिस कर्मी ने अपनी सुरक्षा के लिए बनाया था। पहले वायरल वीडियो में निषाद परिवार ने मीडिया में बताया था कि पुलिस कर्मियों ने झंडा लगाने से रोका और सैनिक के साथ गाली-गलौच और धक्का-मुक्की की। लेकिन अब पुलिस द्वारा जारी किए गए वीडियो में निलंबित प्रधान आरक्षक महेश कुमार देवांगन ने कहा कि तुम जितने झंडे लगाना चाहो, लगा लो मैं भी पूजा-अर्चना करता हूं। वहीं सैनिक की मां नेहा निषाद ने कहा कि मैं भी बैंड-बाजा बजाऊंगी तो पुलिस प्रधान आरक्षक ने जवाब दिया परमिशन लेकर बजा लो। महेश देवांगन ने यह भी कहा कि मुस्लिम लोगों ने परमिशन लिया था क्या तो जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि झालर-तोरण के लिए परमिशन नहीं लेकिन डीजे या साउंड सिस्टम के लिए परमिशन लेना पड़ता है। बहस के बाद सभी लोग अपने स्थान पर लौट गए।
Durg News: बता दें कि दोनों निलंबित पुलिस कर्मी, प्रधान आरक्षक महेश कुमार देवांगन और आरक्षक रामकृष्ण दास, मचांदूर चौकी में नहीं बल्कि उतई थाना में पदस्थ हैं। 3 सितंबर को हिंदू-मुस्लिम विवाद के बाद पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से चौक पर पुलिस बल तैनात किया था। उस वक्त दोनों पुलिस कर्मी मचांदूर चौकी क्षेत्र में पहुंचे थे। वीडियो में दिखाया गया है कि महेश देवांगन ड्यूटी पर तैनात थे जबकि बहस बढ़ने पर अन्य पुलिस कर्मी भी पहुंचे जिनमें रामकृष्ण दास भी शामिल थे।
Durg News: यह बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों ने अपने पक्ष में वीडियो बनाए थे और उसे डिलीट कर दिया था और सहमति बनी थी कि आगे कोई शिकायत नहीं होगी। लेकिन अब यह वीडियो सार्वजनिक होने के बाद पुलिस कर्मियों ने इसे अपने बचाव में सामने लाया है। वीडियो देखने के बाद गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस मामले में कार्यवाही करने की बात कही है। अब यह देखना होगा कि क्या यह वीडियो पुलिस कर्मियों के पक्ष में काम करेगा और क्या उन्हें बहाल किया जाएगा या फिर मामला आगे बढ़ेगा।