Reported By: Komal Dhanesar
,Outbreak of Diarrhea in Bhilai | Image Source | IBC24
भिलाई: Outbreak of Diarrhea in Bhilai: इस्पात नगरी भिलाई के वार्ड 32 के कुम्हारपारा में एक बार फिर डायरिया फैलने लगा है। इलाके में पीने के पानी की पाइपलाइन नालियों के अंदर से गुजर रही है और कई जगहों पर अवैध कनेक्शन के लिए पाइपलाइन को पंचर कर दिया गया है। इस वजह से नालियों का गंदा पानी पीने के पानी में मिल रहा है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं।
Outbreak of Diarrhea in Bhilai: अब तक डायरिया के 4 मरीज सामने आए हैं, जिसके बाद नगर निगम आयुक्त राजीव पांडेय ने इलाके का दौरा किया। इलाके की गंदगी और बजबजाती नालियों को देखकर वे नाराज हुए। इसके बाद शुक्रवार सुबह से नालियों की सफाई शुरू की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बार डायरिया फैलने पर निगम के अधिकारी आते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन धरातल पर कोई ठोस सुधार नहीं होता। आईबीसी-24 की टीम जब वार्ड 32 के कुम्हारपारा पहुंची तो हालात और भी चिंताजनक नजर आए।
Outbreak of Diarrhea in Bhilai: पुरानी पाइपलाइन के साथ-साथ नई संपवेल की पाइपलाइन भी नालियों के भीतर से गुजर रही है। नीली पाइपलाइन को कई जगह पंचर किया गया है जिससे जोंक, केंचुए और गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। स्थानीयों के मुताबिक अमृत मिशन योजना के तहत नई पाइपलाइन बिछाने के बजाय निगम ने वर्षों पुरानी पाइपलाइन में ही कनेक्शन जोड़ दिया। इस वार्ड में अधिकांश पाइपलाइनें नाली के अंदर से गुजरती हैं। दो साल पहले भी इसी वार्ड में डायरिया फैला था जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हुए थे। उस समय तत्कालीन कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा और आयुक्त रोहित व्यास ने 94 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर पुरानी टंकी की जगह नई टंकी से कनेक्शन जोड़ने की बात कही थी। लेकिन आज तक उसके लिए बजट स्वीकृत नहीं हो पाया। इस समस्या के लिए मोहल्ले के कुछ लोग भी जिम्मेदार हैं। लोगों ने निगम से वैध कनेक्शन लेने की बजाय पाइपलाइन को पंचर कर अवैध रूप से कनेक्शन ले लिया है। इसका खामियाजा अब पूरे मोहल्ले को भुगतना पड़ रहा है।
Outbreak of Diarrhea in Bhilai: आयुक्त राजीव पांडेय के निरीक्षण के बाद इंजीनियरों की टीम ने सर्वे किया, जिससे पता चला कि करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी पाइपलाइन नाली में डूबी हुई है, और इसी पाइपलाइन से 500 से अधिक घरों में जलापूर्ति हो रही है। अब आयुक्त का कहना है कि इसके लिए जल्द ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। वार्ड पार्षद की अनुपस्थिति में उनके पति धर्मेन्द्र दीवाकर ने बताया कि दो साल पहले डायरिया से दो मौतों के बाद उन्होंने लगातार निगम से नालियों की सफाई और पाइपलाइन हटाने की मांग की, लेकिन किसी ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया।
Outbreak of Diarrhea in Bhilai: फिलहाल तीन मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं लेकिन एक गर्भवती महिला अब भी अस्पताल में भर्ती है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि वे वर्षों से इसी गंदे पानी के सहारे जीने को मजबूर हैं। तंग गलियों के कारण यहां टैंकर भी नहीं पहुंच पाता और जो बोरिंग है वह भी 15-20 मिनट में बंद हो जाती है। ऐसे में पाइपलाइन को पंचर कर पानी लेना उनकी मजबूरी बन गई है।