CG Ki Baat | Photo Credit: IBC24
रायपुर: CG Ki Baat ऑपरेशन सिंदूर में सेना के शौर्य प्रदर्शन के बाद देश के प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, गृहमंत्री, विदेश मंत्री सेना के पिन-पॉइंटेड ऑपरेशन की खुले मन से सराहना कर रहे हैं। केंद्र सरकार पाकिस्तान के ऐजेंडा का जवाब देने कूटनीतिक पहल कर रही है, तो देश भर में तिरंगा यात्रा निकाल कर, सेना के प्रति सम्मान प्रकट किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी गांव-गांव में तिरंगे के साथ भारत माता की जय के नारे के लगाते हुए। नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री तिरंगा यात्रा का हिस्सा बन रहे हैं, जाहिर है ऊपर से लेकर नीचे तक, केंद्र से लेकर राज्यों तक बीजेपी तिरंगा यात्रा कर बीजेपी, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को जनमानस के बीच पहुंचा रही है। पर अफसोस ये यात्राएं भी सियासी छींटाकशी से बच ना सकी, आरोपों की आंच के बीच तिरंगा यात्रा के मकसद पर बहस छिड़ गई है।
CG Ki Baat पाकिस्तान को चंद घंटों में घुटनों पर ला देने वाले ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद ये जोश है, ये जज्बा है प्रदेश की जनता का अपनी सशस्त्र सेना के प्रति भारतीय सेना के सम्मान में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में, ग्राम पंचायतों तक में भी तिरंगा यात्रा निकाली जा रही हैं। खुद CM विष्णुदेव साय चराईडांड में आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए, तो डिप्टी CM अरुण साव बिलासपुर में तो गृहमंत्री विजय शर्मा जगदलपुर में शामिल हुए। इसके अलावा भी सभी मंत्री,विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। सीएम साय ने कहा ऑपरेशन सिंदूर पर सेना और PM मोदी को बधाई, कहा कि हर बार पाकिस्तान हारा लेकिन सुधरा नहीं। जबकि मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा तिरंगा यात्रा BJP का कार्यक्रम नहीं है, कांग्रेस को राजनीति छोड़ इसमें शामिल होना चाहिए।
हालांकि, बीजेपी नेताओं का तिरंगा यात्रा में शामिल होना, प्रदेश कांग्रेस को जरा भी रास नहीं आ रहा। छग कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने तिरंगा यात्रा को ट्रंप की आभार रैली बताते हुए आरोप लगाया कि, व्यापार के मसले पर, ट्रंप के कहने पर युद्ध विराम कर सेना का अपमान किया गया है।
साफ है कि एक तरफ पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा पॉलिटिक्स को मात देने भारत सरकार सर्वदलीय डेलिगेशन भेजकर कूटनीतिक पहल में जुटी है। साथ ही सेना के शौर्य, पराक्रम को सैल्यूट करने खुद PM मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सरहद पर तैनात जवानों के बीच पहुंच रहे हैं, लेकिन ऐसे वक्त में भी सीमा के भीतर तिरंगा यात्रा को लेकर आरोपों की आँधी क्यों चल रही है? सवाल ये है कि क्या बीजेपी ऑपरेशन सिंदूर को सियासी तौर पर भुनाने के लिए यात्रा पर है या फिर कांग्रेस ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय केंद्र में बैठी बीजेपी को मिलने से परेशान है?