Reported By: dhiraj dubay
,कोरबा: Korba News, कोरबा में कबाड़ व्यापारी अशरफ मेमन समेत तीन लोगों की रहस्यमयी मौत का सच आखिरकार सामने आ गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुष्टि कर दी है कि तीनों की मौत गला दबाकर की गई हत्या के कारण हुई है। इससे पहले जो भी संदेह थे, वे अब साफ हो चुके हैं कि यह कोई तांत्रिक क्रिया का दुष्परिणाम या दुर्घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या का मामला है।
रिपोर्ट सामने आते ही पुलिस ने तेज कार्रवाई की और छह लोगों के खिलाफ नामजद हत्या का केस दर्ज करते हुए सभी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है और कल इस पूरे प्रकरण का आधिकारिक खुलासा करने की तैयारी में है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले की जड़ तांत्रिक विधि से जुड़ा वह दावा है, जिसके फेर में मृतक सुरेश साहू और अशरफ मेमन फंस गए थे।
Korba News, उन्हें बताया गया था कि झारन विधि के माध्यम से 5 लाख रुपये को ढाई करोड़ में बदला जा सकता है। तीसरा मृतक नीतीश कुमार बैगा राजेन्द्र जोगी के संपर्क में था और उसी चैनल के जरिए आरोपी संजय साहू ने इस पूरी प्रक्रिया का आयोजन करवाया था। पुलिस अभी भी कई पहलुओं पर संशय में है। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि बंद कमरे में सिर्फ दो लोग होने की बात सामने आई थी, लेकिन दो लोग मिलकर तीन वयस्कों की हत्या कैसे कर सकते हैं?
पुलिस का मानना है कि संभवतः और भी लोग मौके पर मौजूद रहे होंगे या फिर हत्या किसी योजनाबद्ध तरीके से की गई होगी। यही वजह है कि सभी एंगल से पूछताछ और जांच की जा रही है । मामले में हिरासत में लिए गए आरोपी हैं, आशीष दास, राजेन्द्र कुमार जोगी, केशव सूर्यवंशी, अश्वनी कुर्रे, भागवत दास और संजय कुमार साहू।
पुलिस इन सभी से पैसों के लेनदेन, तांत्रिक विधि के दावे और हत्या की मंशा को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने में लगी है। इस पूरे घटनाक्रम ने कोरबा शहर में हलचल मचा दी है। तंत्र-मंत्र, लालच और हत्या के इस संगम ने लोगों में भय और आक्रोश दोनों बढ़ा दिए हैं। अब शहर की निगाहें पुलिस पर टिकी हैं, जो कल इस सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड की पूरी कहानी सामने लाएगी।