Lormi Girl Kidnapping: 5 दिन बाद भी नहीं मिला किडनैप बच्ची का कोई सुराग, अब आईजी खुद पहुंचे लोरमी, खोजबीन के लिए नए सिरे से बन रही रणनीति

5 दिन बाद भी नहीं मिला किडनैप बच्ची का कोई सुराग, Lormi News: No clue found about the kidnapped girl even after 5 days

Lormi Girl Kidnapping: 5 दिन बाद भी नहीं मिला किडनैप बच्ची का कोई सुराग, अब आईजी खुद पहुंचे लोरमी, खोजबीन के लिए नए सिरे से बन रही रणनीति

Lormi Girl Kidnapping. Image Source-IBC24 Archive


Reported By: Saurabh Dubey,
Modified Date: April 16, 2025 / 05:29 pm IST
Published Date: April 16, 2025 5:23 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 5 दिन बाद भी पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला।
  • आईजी डॉ. संजीव शुक्ल ने की हाईलेवल मीटिंग।
  • बच्ची को ढूंढ़ने के लिए बनाई जा रही नई रणनीति।

नई दिल्लीः Lormi Girl Kidnapping: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी में बीतें दिनों हुए 7 साल के मासूम के अपहरण के मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। 5 दिनों के बाद भी पुलिस को आरोपी के संबंध में कोई सुराग हाथ नहीं लगी है। अब जांच के लिए बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ. संजीव शुक्ल पहुंचे लोरमी पहुंचे हैं। लोरमी थाना में वे पुलिस अफसरों की हाईलेवल मीटिंग ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस बैठक में बच्ची के खोजबीन के लिए बन रही नए सिरे से रणनीति बन रही है।

Read More : Next Chief Justice of India: न्यायमूर्ति बी.आर. गवई होंगे भारत के अगले मुख्य न्यायधीश.. अगले महीने लेंगे 52वें CJI के तौर पर शपथ

Lormi Girl Kidnapping: बता दें कि लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव में 7 साल की बच्ची का शुक्रवार रात अपहरण हो गया था। वह अपनी मां के साथ घर के आंगन में सो रही थी, तभी किसी ने बच्ची का अपहरण कर लिया। बच्ची की मां पुष्पा गोस्वामी की रात 2 बजे नींद खुली तब बच्ची गायब थी। मां ने रात में ही परिजनों को बताया। सभी मिलकर आस पड़ोस और गांव में खोजे, लेकिन कहीं नहीं मिली।

 ⁠

Read More : Pensioners Latest News : पेंशनर्स का हल्ला बोल! शिप्रा में खड़े होकर सरकार के खिलाफ किया अनूठा प्रदर्शन, दी ये चेतावनी 


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।