MP Assembly Election 2023
रायपुर : CG Assembly Election 2023 : क्या प्रदेश में बीजेपी नेताओं की टारगेट किलिंग की जा रही है। भाजपा का आरोप है कि चुनाव के समय एक बार फिर बीजेपी नेताओं की टारगेट किलिंग कर डर का माहौल बनाया जा रहा है, शुक्रवार को मोहला मानपुर में बीजेपी नेता की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। जिसे लेकर शनिवार दिन भर बीजेपी नेताओं ने आक्रामक अंदाज में सरकार पर कानून व्यवस्था समेत कई गंभीर आरोप लगाए। सत्ता पक्ष का दावा है कि घटना दुखद है, सख्त एक्शन होगा लेकिन टारगेट किलिंग के आरोपों में कोई दम नहीं है। घोर चुनावी वक्त पर ये घटना क्या नक्सली करतूत है, क्या इसमें कोई साजिश है इस पर दोनों पक्षों से होगी तीखी बहस।
CG Assembly Election 2023 : कुछ इस अंदाज में विपक्षी दल भाजपा ने मोहला मानपुर की घटना का तीखा विरोध किया। इसे टार्गेट किलिंग बताते हुए सरकार की नाकामी बताया। शुक्रवार शाम को मोहला-मानपुर के नक्सल प्रभावित सरखेड़ा में बीजेपी किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष बिरजू तारम की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई.। इसे नक्सली करतूत माना जा रहा है। फिलहाल अज्ञात आरोपियों पर FIR दर्ज कर, जांच शुरू कर दी गई है।
प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के तहत इस इलाके में भी वोट पड़ने हैं ऐसे में, चुनावी माहौल में घटना पर सियासी उबाल आना तय है। बीजेपी का खुला आरोप है कि प्रदेश कांग्रेस सरकार बीजेपी नेताओं की सुरक्षा से खिलावाड़ कर रही है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने इसे सीधे टारगेट किलिंग बताया। पूर्व CM रमन सिंह का आरोप है कि चुनाव के वक्त फिर से भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी का दावा है कि लहू के एक-एक कतरे का हिसाब लिया जाएगा।
CG Assembly Election 2023 : इधर, कांग्रेस ने घटना पर दुख जताते हुए, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके उपाय करने पर बल दिया है। विपक्ष के टारगेट किलिंग के आरोपों को कांग्रेस ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि। टारगेट किलिंग तो झीरम में हुई थी। ये बीजेपी का दोहरा चरित्र है। बीजेपी लाशों पर राजनीति ना करे।
ये घटना अपने आप में बहुत संजीदा है। जिसका पूरा सच सामने आना ही चाहिए लेकिन मौसम घोर चुनावी है सो हर बात पर सियासी स्कोप ढूंढा जाना तय है। विपक्ष पहले से छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था के साथ-साथ भाजपा नेताओं की टारगेट किलिंग के आरोप लगाता रहा है। सवाल ये क्या ये घटना वाकई टारगेट किलिंग है? क्या बीजेपी नेताओं को डराने के लिए ऐसा किया जा रहा है? क्या यहां संरक्षण देने जैसे आरोप में दम है। ये किलिंग सियासी है या फिर किलिंग पर सियासत की जा रही है?