बीजापुर, 10 फरवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने सोमवार को कहा कि राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए दो जवानों की शहादत अन्य सुरक्षाकर्मियों को नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।
गौतम यहां पुलिस लाइन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
गौतम ने कहा, ‘‘हमारे जवानों ने बहादुरी से ऑपरेशन में भाग लिया है। उसकी सफलता के रूप में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान (भूभाग और घने जंगल के लिहाज से) बहुत कठिन क्षेत्र है और हमारे जवानों ने वहां घुसकर बहादुरी से ऑपरेशन को अंजाम दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दोनों बहादुर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मुझे उम्मीद है कि उनकी शहादत और बहादुरी नक्सलवाद को खत्म करने में अन्य जवानों के लिए प्रेरणा बनेगी।’’
भाजपा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों ने भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर सबसे बड़े हमलों में से एक में सुरक्षाबलों ने रविवार को बीजापुर के मद्देड़ और फरसेगढ़ थाना क्षेत्र की सीमा पर एक पहाड़ी पर भीषण मुठभेड़ के दौरान 11 महिलाओं सहित 31 नक्सलियों को मार गिराया।
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबल के दो जवान, डीआरजी के प्रधान आरक्षक नरेश ध्रुव और एसटीएफ के आरक्षक वासित रावटे शहीद हो गए। ध्रुव बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के निवासी थे, जबकि रावटे राज्य के बालोद जिले के रहने वाले थे।
इस घटना के साथ ही, इस वर्ष अब तक छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 81 नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें से 65 नक्सली बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर संभाग में मारे गए।
पुलिस के अनुसार पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था।
भाषा सं संजीव नरेश
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