तिरुवनंतपुरम, 30 दिसंबर (भाषा) कप्तान हरमनप्रीत कौर के जुझारू अर्धशतक से भारत ने पांचवें और अंतिम महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां श्रीलंका के खिलाफ सात विकेट पर 175 रन बनाए।
हरमनप्रीत ने 43 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के से 68 रन की पारी खेली। उन्होंने अमनजोत कौर (21) के साथ छठे विकेट के लिए 61 रन जोड़कर भारत को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। अरुंधति रेड्डी ने अंत में 11 गेंद में चार चौकों और एक छक्के से नाबाद 27 रन बनाए।
श्रीलंका की ओर से कविशा दिलहारी (11 रन पर दो विकेट), कप्तान चामरी अटापट्टू (21 रन पर दो विकेट) और रश्मिका सेवांडी (42 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट चटकाए।
भारत श्रृंखला में 4-0 से आगे चल रहा है और उसकी नजरें श्रृंखला में क्लीनस्वीप करने पर टिकी हैं।
चामरी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद भारत ने फॉर्म में चल रही शेफाली वर्मा (05) का विकेट दूसरे ओवर में ही गंवा दिया जिनका लॉन्ग ऑन पर इमेशा दुलानी ने शानदार कैच लपका।
पदार्पण कर रही सलामी बल्लेबाज जी कमालिनी (12) और हरलीन देओल ने माल्की मदारा और निमाशा मीपागे पर चौके जड़े।
कविशा ने कमालिनी को पगबाधा करके भारत को दूसरा झटका दिया।
भारत ने पावर प्ले में दो विकेट पर 40 रन बनाए।
रश्मिका ने हरलीन (13) को बोल्ड करके भारत का स्कोर तीन विकेट पर 41 रन किया।
हरमनप्रीत ने इनोका रणवीरा पर तीन चौकों के आठवें ओवर में टीम के रनों का अर्धशतक पूरा किया लेकिन ऋचा घोष सिर्फ पांच रन बनाने के बाद चामरी की गेंद पर विकेटकीपर कौशिनी नुथ्यानग्ना को कैच दे बैठीं।
चामरी ने दीप्ति शर्मा (07) को निमाशा के हाथों कैच कराके भारत को पांचवां झटका दिया।
अमनजोत कौर (21) ने 14वें ओवर में निमाशा पर चौथे के साथ 31 गेंद के बाउंड्री के सूखे को खत्म किया जबकि हरमनप्रीत ने भी गेंद को बाउंड्री के दर्शन कराए।
हरमनप्रीत ने अगले ओवर में चामरी पर लगातार दो चौकों और एक रन के साथ टीम का स्कोर 100 रन पार पहुंचाया और 35 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
हरमनप्रीत ने इनोका की लगातार गेंदों पर भी छक्का और चौका मारा।
अमनजोत ने रश्मिका पर छक्का मारा लेकिन अगली गेंद पर कविशा को कैच दे बैठीं।
कविशा ने अगले ओवर में हरमनप्रीत को बोल्ड करके भारत को बड़ा झटका दिया।
अरुंधति ने अंतिम ओवर में मदारा की लगातार गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के के साथ टीम का स्कोर 170 रन के पार पहुंचाया।
भाषा सुधीर आनन्द
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