Publish Date - September 10, 2025 / 03:05 PM IST,
Updated On - September 10, 2025 / 03:05 PM IST
Narayanpur News/Image Source: IBC24
HIGHLIGHTS
नारायणपुर में झोलाछाप का अजीब इलाज,
पेशाब में जलन थी, गुप्तांग में पहना दी अंगूठी,
अस्पताल में घंटों चला ऑपरेशन,
नारायणपुर: Narayanpur News: झोलाछाप डॉक्टर से इलाज और उनका परामर्श किसी मरीज के लिए किस तरह जी का जंजाल बन सकता है, इसकी बानगी बसतर संभाग के नारायपुर में देखने को मिली है। एक मरीज अपनी समस्या लेकर झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंचा था लेकिन इस झोलाछाप डॉक्टर ने जो इलाज मरीज को बताया, वह उलटे उसके जान का दुश्मन बन गया।
Narayanpur News: दरअसल नारायणपुर के जिला अस्पताल में मंगलवार को ओड़छा क्षेत्र के जाटलूर गाँव के एक पुरुष मरीज ने एक सप्ताह तक दर्द बाई और तकलीफ़ झेलने के बाद अस्पताल पहुँचकर राहत की सांस ली है। जानकारी के अनुसार, मरीज को एक ने हफ़्ते पहले जलन के साथ पेशाब आने, बुखार और सिरदर्द की शिकायत हुई थी। गाँव के एक झोलाछाप ने इलाज़ के बजाय मरीज को गुप्तांग में अंगूठी पहनने की सलाह दी। अंगूठी पहनने के कुछ ही दिनों बाद उसका लिंग सूज गया और अंगूठी फंस गई। मरीज को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओड़छा ले जाया गया, लेकिन वहाँ एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण उसे जिला अस्पताल नारायणपुर रेफ़र नहीं किया जा सका। परेशान हाल मरीज ने आखिरकार 8 सितम्बर को मोटरसाइकिल से नारायणपुर पहुँचकर ओपीडी में परामर्श लिया।
Narayanpur News: जिला अस्पताल के डॉ. धनराज सिंह डरसेना और डॉ. शुभम राय ने मामले का परीक्षण किया। लगभग दो घंटे की कठिन मेहनत और आपसी तालमेल के बाद उन्होंने अंगूठी को काटकर मरीज को दर्द से मुक्त किया।
"नारायणपुर झोलाछाप डॉक्टर" के पास इलाज करवाना कितना खतरनाक हो सकता है?
उत्तर: बिना प्रमाणिक डिग्री के झोलाछाप डॉक्टरों का इलाज जानलेवा साबित हो सकता है। नारायणपुर में एक मरीज को गुप्तांग में अंगूठी पहनाने जैसी गंभीर और अनुचित सलाह दी गई, जिससे उसकी स्थिति बिगड़ गई।
"नारायणपुर जिला अस्पताल" में किस तरह की आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध हैं?
उत्तर: नारायणपुर जिला अस्पताल में योग्य डॉक्टर और आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध हैं। जैसे इस केस में डॉ. धनराज सिंह डरसेना और डॉ. शुभम राय ने तत्काल इलाज कर मरीज को राहत दी।
"झोलाछाप डॉक्टर से इलाज" कराना क्यों खतरनाक होता है?
उत्तर: क्योंकि झोलाछाप डॉक्टरों के पास न तो वैध चिकित्सा शिक्षा होती है और न ही लाइसेंस। उनके इलाज से संक्रमण, अंग हानि या जान का खतरा तक हो सकता है।
क्या "गुप्त रोगों का घरेलू इलाज" सही होता है?
उत्तर: नहीं, गुप्त रोगों का इलाज केवल प्रशिक्षित और प्रमाणिक डॉक्टरों से ही करवाना चाहिए। घरेलू या झोलाछाप उपाय स्थिति और गंभीर कर सकते हैं।
"नारायणपुर स्वास्थ्य विभाग" झोलाछाप डॉक्टरों पर क्या कार्रवाई करता है?
उत्तर: स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ समय-समय पर जांच और कार्रवाई करता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी इनका प्रभाव बना हुआ है।