BJP का चिंतन…थूक पर संपन्न! 14 विधायकों वाली पार्टी किस आधार पर कर रही थूक से सरकार गिराने की बात?
BJP का चिंतन...थूक पर संपन्न! On what basis is the party with 14 MLAs talking about toppling the government through spit?
रायपुर: बस्तर में बीजेपी का 3 दिवसीय चिंतन शिविर खत्म हो गया। चिंतन शिविर की शुरुआत धर्मांतंरण, चर्च निर्माण, विकास कार्यो और अधूरे वादों से शुरू हुई, लेकिन थूक की पॉलिटिक्स पर खत्म होती दिखाई दे रही है। बीजेपी के धर्मांतरण के आरोप पर कांग्रेस ने जहां बीजेपी के 15 साल के शासन काल में सबसे ज्यादा चर्च बनने का दावा किया, तो शिविर के अंतिम दिन डी पुरंदेश्वरी के थूकने वाले बयान ने चिंतन शिविर की गंभीरता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजेपी की प्रदेश प्रभारी ने कार्यकर्ताओँ से कहा कि अगर वो अगर पीछे मुड़कर थूकेंगे तो भूपेश मंत्रिमंडल बह जाएगा। अब सवाल ये है कि 14 विधायकों वाली बीजेपी किस आधार पर अपनी थूक से सरकार गिराने की बात कर रही है? क्या डी पुरंदेश्वरी के इस बयान को बीजेपी की सत्ता में वापसी के लिये बैचेनी मानी जाए?
बीजेपी के सामने सवाल कई हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है सत्ता में वापसी राह कैसे निकलेगी? दरअसल इसी सवाल ने पार्टी को चिंतन करने के लिए मजबूर किया है। हालांकि विधानसभा चुनाव को दो साल से ज्यादा का वक्त है, लेकिन सूबे में सियासी माहौल कुछ ऐसा बन गया है, जैसे चुनाव कुछ दिन बाद ही हो। इस माहौल ने प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी को भी अलर्ट मोड पर ला दिया है। छत्तीसगढ़ में सत्ता वापसी के लिए विपक्षी दल बीजेपी धर्मांतरण के मुद्दे पर काफी सक्रिय नजर आ रही है। बस्तर में आयोजित बीजेपी की तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरुआत धर्मांतंरण, चर्च और अधूरे वादों से जरूर शुरू हुई, लेकिन थूक पर आकर खत्म हो गई। दरअसल सत्र के आखिरी दिन बीजेपी की प्रदेश प्रभारी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर वो अगर पीछे मुड़कर थूकेंगे तो भूपेश मंत्रिमंडल बह जाएगा।
पुरंदेश्वरी के बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी के चिंतन शिविर का निष्कर्ष यही निकला है, लेकिन बीजेपी नेता ये भूल गई कि आसमान में थूकोगे तो खुद के चेहरे पर गिरेगा। सीएम ने पुरंदेश्वरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी में जाने के बाद उनकी मानसिक स्थिति ऐसी ही हो गई है।
पुरंदेश्वरी ने भले अपने संबोधन में थूक का जिक्र पदाधिकारियों का हौसला बढ़ाने के मकसद से किया हो, लेकिन उनका ये बयान कांग्रेस के निशाने पर आ गया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा के सक्रिय नजर आने पर कांग्रेस पहले भी पुरंदेश्वरी की भूमिका को लेकर तंज कसती रही है। ऐसे में अब उनके इस बयान के बाद नया बवाल मचना लाजिमी है।

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