Kondagaon News: बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़, भेड़ बकरियों की तरह ठूस-ठूस कर हो रहा स्कूल लाने ले जाने का कार्य
Kondagaon News: बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़, भेड़ बकरियों की तरह ठूस-ठूस कर हो रहा स्कूल लाने ले जाने का कार्य Playing with the lives of children in Kondagaon
Playing with the lives of children in Kondagaon
कोण्डागांव: Playing with the lives of children in Kondagaon शैक्षणिक सत्र 2023 – 24 प्रारंभ हो चुका है, इसी के साथ जुलाई माह में शैक्षणिक सत्र का अध्यापन कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। शिक्षण सत्र प्रारंभ होते ही कोण्डागांव नगर के छोटे वाहन चालकों के द्वारा बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने का मामला भी दिखाई देने लगा है। दरअसल बच्चों को स्कूल लाने व ले जाने के लिए जिन ऑटो रिक्शा और कार का इस्तेमाल किया जा रहा है, उनके संचालक गाइडलाइन – नियमों को अनदेखा कर रहे हैं। बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह ठूस कर स्कूल लाने ले जाने का कार्य बेधड़क चल रहा है।
Read More: Janjgir News: डॉक्टर के घर में घुसा जहरीला सांप, आसपास के इलाके में मचा हड़कंप
शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हुए 14 दिन पूरे हो चुके है, लेकिन कोण्डागांव के यातायात पुलिस विभाग की ओर से अब तक कोई कारवाई नहीं की गई है। कोण्डागांव के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी गौरव साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि सुप्रीम कोर्ट, केंद्रीय परिवाहन मंत्रालय और राज्य शासन समय-समय पर सुरक्षा मानकों को लेकर दिशा निर्देश जारी करता रहता है। दिशा निर्देशों के तहत बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए कोई आम टैक्सी परमिट वाहन नहीं बल्कि विशेष तौर पर मॉडिफाई किया गया न्यूनतम 13 सीटर वाहन ही इस कार्य के लिए वैलिड है।
Playing with the lives of children in Kondagaon वाहन को कमर्शियल टैक्सी परमिट से पंजीकृत होना चाहिए, सुरक्षा मानकों के तहत सभी मापदंड पूर्ण होने चाहिए। इसके ठीक विपरीत कोण्डागांव के लगभग सभी स्कूलों के बच्चों को लाने ले जाने के लिए ऑटो रिक्शा, मारुति ईको, महेंद्रा बोलेरो समेत अन्य छोटे वाहनों का इस्तमाल कर रहे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन न केवल प्राइवेट वाहन के रूप में किया गया है, बल्कि सुरक्षा मानको को भी अनदेखा किया गया हैं।
कोण्डागांव के जामकोट पारा में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के सामने स्कूल की छुट्टी के समय कैमरे में कैद हुआ नजारा काफी चौंकाने वाला है। यहां लगभग 20 से अधिक 7 सीटर और ऑटो रिक्शा बच्चों का इंतजार करते खड़े रहते है। बच्चे जब एक-एक कर इन वाहनों में सवार होने लगे तो उनमें 13 से 18 बच्चें सवार दिखे। ये नजारा किसी जानवर को ठूस कर ले जाने के नजारे से कम नहीं था।
Playing with the lives of children in Kondagaon इस पूरे घटनाक्रम पर यातायात पुलिस प्रभारी राजकुमार सोरी ने कहा कि, पूर्व में यातायात पुलिस के माध्यम से कार्रवाई की गई है। आज ही यातायात पुलिस विभाग और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से 7 सीटर व ऑटो रिक्शा में बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने का कार्य करने वाले वाहनों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Facebook



