हिमाचल प्रदेश में मादक पदार्थ रोधी महिला समूह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई

हिमाचल प्रदेश में मादक पदार्थ रोधी महिला समूह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई

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  • Publish Date - December 26, 2025 / 07:43 PM IST,
    Updated On - December 26, 2025 / 07:43 PM IST

बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 26 दिसंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के एक गांव में मादक पदार्थों के खतरे के खिलाफ रातभर निगरानी करने वाली महिलाओं के एक समूह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। समूह पर आरोप है कि उसने तीन लोगों को मादक पदार्थों के तस्कर समझकर उनके साथ बदसलूकी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर जिले के लाघाट महिला मंडल ने सोमवार को तीन लोगों को ‘हिरासत’ में लिया था लेकिन पुलिस को उनके पास से कोई मादक पदार्थ नहीं मिला था।

उन्होंने बताया कि इन लोगों में से एक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें दल पर स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, आपराधिक धमकी देने, गलत तरीके से बंधक बनाने, मानहानि करने, दंगा करने और आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।

लाघाट महिला मंडल की प्रमुख पिंकी शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस में दर्ज मामला मनोबल गिराने वाला है और नशा विरोधी अभियान में शामिल महिलाएं ‘आगे आने से इनकार कर रही हैं’।

बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संदीप धवल ने कहा कि मादक पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ महिलाओं के प्रयास सराहनीय हैं लेकिन ‘‘किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए।’’

धवल ने कहा, ‘यदि किसी को भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में जानकारी मिलती है तो उन्हें तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए ताकि कानून के अनुसार कार्रवाई की जा सके।’

धवल ने बताया कि मामले की जांच जारी है।

नशा रोधी दल में 25 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाएं शामिल हैं जो हाथों में मशालें और लाठियां लिए, कड़ाके की ठंड में लाघाट की सुनसान गलियों में गश्त लगाने के लिए अपने घरों से निकलती हैं ताकि वे अपने बच्चों को मादक पदार्थों से बचा सकें, उनका मुख्य निशाना हेरोइन की तस्करी करने वाले गिरोह हैं, जिसे स्थानीय भाषा में ‘चिट्टा’ कहा जाता है।

यह घटना 22 दिसंबर को हुई थी। बाद में तीन व्यक्तियों में से एक सुरेश महाजन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। महाजन ने यह भी आरोप लगाया कि महिलाओं ने घटना का वीडियो बनाया, जो ऑनलाइन मंचों पर वायरल हो रहा है।

शर्मा ने प्राथमिकी की निंदा करते हुए कहा कि सरकार एक ओर मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चला रही है, जबकि दूसरी ओर इस अभियान में शामिल महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

शर्मा ने इससे पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हमारा उद्देश्य मादक पदार्थों के तस्करों को पकड़ना और गांव की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।’

भाषा प्रचेता

देवेंद्र

देवेंद्र